वाराणसी : सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होने जा रहा है, जब रविवार को ज्योतिषपीठाधीश्वर और जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती सनातनी पंचांग का विमोचन करेंगे। यह आयोजन सनातनी नववर्ष पर केदारघाट स्थित शंकराचार्य घाट पर होगा। इस अवसर पर शंकराचार्य नववर्ष का संदेश भी देंगे और साथ ही वार्षिक फलादेश का वाचन भी करेंगे।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
शंकराचार्य द्वारा आयोजित इस धार्मिक आयोजन में सनातन धर्म से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाओं और कार्यों का उल्लेख किया जाएगा। श्री विद्यामठ के संजय पांडेय ने बताया कि शंकराचार्य घाट पर प्रतिदिन आयोजित होने वाले प्रातर्मंगलम कार्यक्रम का वार्षिकोत्सव भी मनाया जाएगा, जिसमें विविध धार्मिक आयोजन होंगे। इसके साथ ही ज्योतिर्मठ की वर्षभर की कार्य योजना पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
गौमाता की सुरक्षा और राष्ट्रमाता की घोषणा पर विशेष ध्यान
इस विशेष कार्यक्रम के दौरान शंकराचार्य ने गौमाता की सुरक्षा और उनकी रक्षा के लिए बनाई गई “गौनीति” के बारे में भी जानकारी दी। शंकराचार्य गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा करेंगे।
पंचांग का विमोचन और वार्षिक फलादेश
सनातनी पंचांग का विमोचन करने के साथ ही शंकराचार्य सनातनी समाज के लिए भविष्यवाणियां और वार्षिक फलादेश भी प्रस्तुत करेंगे। यह कार्यक्रम सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है और नववर्ष के अवसर पर इसे एक बड़े आध्यात्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।

