कोलकता/Sandeshkhali: संदेशखाली में महिलाओं के यौन शोषण के आरोपी शाहजहां शेखा को बंगाल पुलिस ने आखिरकार सीबीआई को सौंप दिया है। हाईकोर्ट ने शाहजहां शेख को बुधवार शाम 4 बजकर 15 मिनट तक सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था, लेकिन इस डेडलाइन के डेढ़ घंटे बाद शाहजहां को सीबीआई को सौंपा गया। इस बार सीबीआई अपने साथ केंद्र सुरक्षा बल लेकर पहुंची थी। इससे पहले सीआईडी की टीम शाहजहां को मेडिकल के लिए लेकर गई थी।
Sandeshkhali : हाई कोर्ट ने दिखाई थी मामले में गंभीरता
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को कलकत्ता हाईकोर्ट से बुधवार को बड़ा झटका लगा। बुधवार को सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट की जस्टिस हरीश टंडन और जस्टिस हिरण्मय भट्टाचार्य ने अपने आदेश में कहा कि हम पांच मार्च को दिए गए अपने आदेश को लेकर गंभीर हैं। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर दी गई है लेकिन अब तक हमारे आदेश पर कोई स्टे नहीं आया है।
ईडी ने कहा था- राज्य पुलिस नहीं कर रही थी आदेश का पालन
कोर्ट ने कहा कि हमने अवमानना को लेकर नोटिस जारी किया है और दो हफ्ते में बंगाल सीआईडी विभाग को हलफनामे जवाब दाखिल करने को कहा है। कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने दलील दी कि हाईकोर्ट द्वारा पारित आदेश के बावजूद राज्य पुलिस ने इस आदेश का पालन नहीं किया है, आरोपी को यह कहते हुए नहीं सौंपा गया कि मामला सुप्रीम कोर्ट में दायर किया गया था।
बोले राज्यपाल- कानून ने किया अपना काम
शाहजहां शेख को टीएमसी ने निष्कासित किए जाने पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस की प्रतिक्रिया सामने आई है। बोस ने कहा इस मामले में कानून ने अपना काम किया है। संदेशखाली में हिंसा और महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दौरा किया था। इस दौरे में उन्होंने पीड़ित महिलाओं से बातचीत भी की थी। एक तरफ कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले के बाद जहां शाहजहां शेख पर अब सीबीआई का शिकंजा कस गया है तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने अपने संदेशखाली दौरे के बाद राष्ट्रपति को एक रिपोर्ट सौंपी हैं। इसमें उनहोंने वहां की स्थिति का ब्योरा साझा किया है।
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