रांची : कांके में सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाना केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को नागवार गुजरा है। वह इस कदर भड़के कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लंबी चौड़ी चिट्ठी लिख डाली। सीएम को लिखे पत्र में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने कहा है कि मुख्यमंत्री सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसा नहीं हो। किसी भी शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को जरूर बुलाया जाए। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री रांची के सांसद हैं। इसलिए, शिलान्यास के कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाने पर उनकी नाराजगी जायज है। पत्र में संजय सेठ ने अधिकारियों के रवैये को लोकतांत्रिक मर्यादा के खिलाफ बताया है और उचित दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की है।
सांसद की अनुशंसा पर स्वीकृत हुई थी योजना
पत्र में संजय सेठ ने लिखा है कि कांके प्रखंड के सुकुरहुट्टू स्थित बरवाटांड़ से सरना टोली को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण उनकी अनुशंसा पर आरआरडीए द्वारा स्वीकृत हुआ था। क्षेत्र भ्रमण के दौरान उन्होंने ग्रामीणों से इस सड़क के निर्माण का वादा किया था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण रूप से इस सड़क का शिलान्यास उनकी अनुपस्थिति में कर दिया गया।
शिलापट्ट में दर्ज है सांसद का नाम
उन्होंने कहा कि शिलापट्ट में भले ही उनका नाम दर्ज है, लेकिन उन्हें या उनके कार्यालय को इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं दी गई। इससे न सिर्फ जनप्रतिनिधियों की अनदेखी हुई, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों का भी उल्लंघन हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने पूर्व में दिशा समिति की बैठकों में साफ तौर पर निर्देश दिया था कि किसी भी योजना के शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रम में सभी संबंधित जनप्रतिनिधियों को पूर्व सूचना दी जाए। इसके बावजूद अधिकारियों ने इस निर्देश की अनदेखी की, जो चिंताजनक है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है जब कार्यपालिका और विधायिका आपसी सहयोग से काम करें। जनप्रतिनिधियों को विकास योजनाओं से अलग रखना लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है।