Chaibasa/Saranda (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के घने सारंडा जंगल क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों में अचानक तेजी आ गई है। नक्सलियों ने एक बार फिर से क्षेत्र की संचार व्यवस्था को निशाना बनाया है। बुधवार को दिनदहाड़े, छोटानागरा थाना क्षेत्र के कुदलीबाद गांव में नक्सलियों के एक समूह ने एक मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया। यह एक सप्ताह के भीतर इस तरह की तीसरी घटना है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।

दर्जनों नक्सली पहुंचे गांव, ग्रामीणों को दी चेतावनी
जानकारी के अनुसार, बुधवार की सुबह लगभग 10 से 11 बजे के बीच, दर्जनों की संख्या में नक्सलियों का एक जत्था अचानक गांव में आ धमका। उन्होंने ग्रामीणों को सख्त चेतावनी देते हुए अपने-अपने घरों के अंदर चले जाने का फरमान सुनाया। इसके बाद, नक्सलियों ने टावर पर धावा बोल दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। आग लगने से टावर के समीप स्थापित विद्युत संयंत्र जलकर पूरी तरह से खाक हो गया।
लगातार तीसरी वारदात, दुनिया से ग्रामीणों का संपर्क टूटा
नक्सलियों ने जाते-जाते ग्रामीणों को जंगल जाने से मना किया और इस पूरी घटना के संबंध में पुलिस को मुखबिरी न करने की कड़ी चेतावनी भी दी। हालांकि, इस मामले को लेकर अभी तक पुलिस प्रशासन द्वारा कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, पर स्थानीय सूत्रों ने घटना की पुष्टि की है।
नक्सलियों द्वारा दूरसंचार व्यवस्था को निशाना बनाने का यह सिलसिला लगातार जारी है। इससे पहले, बीते शनिवार को जराइकेला थाना क्षेत्र के कोलभोँगा में एयरटेल के मोबाइल टावर को आग लगाई गई थी। इसके बाद, सोमवार को छोटानागरा थाना क्षेत्र के ही बहदा गांव स्थित एयरटेल मोबाइल टावर को निशाना बनाया गया था।
सारंडा में दूरसंचार व्यवस्था चरमराई
लगातार मोबाइल टावरों को निशाना बनाए जाने से सारंडा क्षेत्र में दूरसंचार व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इसका सीधा असर ग्रामीणों पर पड़ रहा है, जो संचार सुविधाओं से कटते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के लिए अब बाहरी दुनिया से संपर्क करना मुश्किल होता जा रहा है, जिससे उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है। पुलिस के लिए भी यह एक गंभीर चुनौती है, क्योंकि संचार ठप होने से नक्सल विरोधी अभियानों में बाधा उत्पन्न हो सकती है।