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JHARKHAND B.ed Admission 2023: एक जुलाई से बीएड कॉलेजों में शुरू होना था सत्र, अभी भी 38776 का काउंसिलिंग की तिथि का इंतजार, जानिए बीएड नामांकन में क्यों हो रही देरी

by Rakesh Pandey
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RANCHI: झारखंड के बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी होने के करीब 24 दिन बाद भी झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (JCECEB) नामांकन के लिए काउंसिलिंग की तिथि नहीं तय कर पाया है। जबकि जो नोटिफिकेशन पर्षद की ओर से जारी किया गया था उसमें पहली मेधा सूची के आधार पर 28 जून तक नामांकन प्रक्रिया पूरी करने की बात कही गयी थी। ऐसे में एडमिशन में हो रही देरी से प्रवेश परीक्षा में शामिल छात्र परेशान है।

मालूम हो कि इस प्रवेश परीक्षा का परिणाम 6 जून को जारी किया गया था। तब एक सप्ताह के भीतर काउंसिलिंग की तिथि जारी करने की बात कही गई थी। लेकिन 24 दिन बाद भी JCECEB की नींद नहीं खुली है। वहीं इस प्रवेश परीक्षा में शामिल छात्रों का कहना है कि नामांकन लेने वाले संस्थानों की लापरवाही से ही सत्र में देरी होती है और छात्रों को दो वर्ष का कोर्स पूरा करने में तीन वर्ष लग जाते हैं। इसका नुकसान सिर्फ व सिर्फ छात्रों को उठाना पड़ता है। वहीं पर्षद का कहना है कि काउंसिलिंग की तिथि जल्द तय होगी छात्र https://jceceb.jharkhand.gov.in/ पर विजिट करते रहें। यही पर तिथि व एडमिशन प्रक्रिया की सारी जानकारी अपलोड की जाएगी।

ऐसे चलनी थी नामांकन प्रक्रिया:

राज्य के बीएड कॉलेजों में नामांकन परिनियम के प्रविधान के अनुसार, 25 जून तक काउंसिलिंग जबकि 28 जून तक नामांकन प्रक्रिया पूरी करनी है। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक जुलाई से बीएड का नया सत्र शुरू हो जाना था। ताकि बीएड का सत्र समय पर शुरू होकर समय पर पूरा हो जाए। लेकिन नामांकन प्रक्रिया पूरी होने की बात तो दूर है अभी तक इसकी तिथि तक घोषित नहीं हो सकती है।

38776 हुए हैं क्वालिफाई:

राज्य के 136 बीएड कॉलेजों में कुल 13600 सीटें हैं। इस पर दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा 13 मई को आयोजित हुई थी जबकि परिणाम 6 जून को जारी हुआ था। इस परीक्षा में 38776 अभ्यर्थियों ने क्वालीफाई किया है। जिनका दाखिला परीक्षा परिणाम में मिले अंको के आधार पर मेधा सूची के अनुसार होगी।

पिछले वर्ष 7 माह की देरी से शुरू हुआ था सत्र:

राज्य के बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए जब से सेंट्रलाईज व्यवस्था शुरू हुई है तब से बीएड का सत्र शुरू होने में देरी हो रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष (सत्र 20229-24) बीएड का सत्र करीब 7 माह की देरी से शुरू हुआ था। यही वजह है कि अभी तक पहले सेमेस्टर की परीक्षा तक नहीं हो पाई है। जबकि अभी तक उनका दूसरा सेमेस्टर कंप्लीट हो जाना चाहिए था।

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