देवघर (झारखंड) : श्रावणी मेले की शुरुआत के साथ ही बाबा बैद्यनाथ धाम श्रद्धालुओं से भर गया है। शनिवार को करीब 1 लाख 46 हजार श्रद्धालुओं ने अरघा सिस्टम के माध्यम से बाबा को जल अर्पित किया, जबकि रविवार सुबह से ही मंदिर परिसर में भीड़ और लंबी कतारें देखी जा रही हैं। हर तरफ ‘बोल बम’ के नारों की गूंज मंदिर को भक्तिमय बना रही है।

अरघा प्रणाली से हो रहा जलाभिषेक
रविवार को सुबह 4 बजे मंदिर का पट खोला गया, जिसके बाद से ही श्रद्धालु अरघा प्रणाली (Argha System) के माध्यम से जलाभिषेक कर रहे हैं। भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि रविवार को शिव भक्तों की संख्या डेढ़ लाख से भी ऊपर जा सकती है।
Shravan Mela Devghar : पहली सोमवारी को भीड़ में दोगुना इजाफा संभावित
मंदिर के वरिष्ठ पंडा लंबोदर परिहस्त ने बताया कि रविवार की भीड़ तृतीया तिथि के कारण अधिक है, लेकिन 14 जुलाई को सावन की पहली सोमवारी होने के चलते श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी हो सकती है। श्रद्धालुओं के अनुसार पूजा में सात से आठ घंटे तक का समय लग रहा है। भीड़ काफी ज्यादा है और रूट लाइन में समय से खड़े होने की होड़ है।
कांवरिया पथ और रूट लाइन का डीसी ने किया निरीक्षण
देवघर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने शनिवार देर शाम कांवरिया पथ और रूट लाइन का निरीक्षण किया।
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई। देवघर एसडीओ रवि कुमार ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि रविवार शाम से ही श्रद्धालु रूट लाइन में खड़े होने लगेंगे, ऐसे में स्थिति को संभालने के लिए हरसंभव प्रयास करना होगा।
Shravan Mela Devghar : सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
श्रावणी मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए जिले में 2 आईपीएस, 44 डीएसपी, 96 थाना प्रभारी और 127 सब-इंस्पेक्टर सहित हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी अलग-अलग स्थानों पर तैनात हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
Shravan Mela Devghar : प्रशासन के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण दो दिन
प्रशासन के अनुसार, रविवार और सोमवार को सबसे ज्यादा श्रद्धालु देवघर पहुंचते हैं। इन दो दिनों के लिए विशेष भीड़ नियंत्रण योजना तैयार की गई है, जिसमें सीसीटीवी निगरानी, बैरिकेडिंग, वॉलंटियर तैनाती और मेडिकल सहायता केंद्रों की व्यवस्था शामिल है। सावन का पहला सप्ताहांत देवघर प्रशासन के लिए श्रद्धा और सुरक्षा के संतुलन की परीक्षा बन गया है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर में उमड़ती भीड़ यह दर्शाती है कि श्रावणी मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि जन भावनाओं से जुड़ा एक विराट पर्व बन चुका है।
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