Mumbai/Solapur (Maharashtra) : महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के अक्कलकोट रोड स्थित एमआईडीसी (महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम) क्षेत्र में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां स्थित सेंट्रल टेक्सटाइल्स नामक तौलिया बनाने वाली फैक्ट्री में अचानक भीषण आग लग गई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। इस अग्निकांड में आठ लोगों की दुखद मौत हो गई। आग बुझाने के प्रयासों के दौरान दो दमकलकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज फिलहाल स्थानीय सरकारी अस्पताल में चल रहा है। अक्कलकोट पुलिस स्टेशन की एक विशेष टीम इस भयावह घटना की गहन जांच में जुट गई है।
आग और बचाव कार्य का हृदयविदारक मंजर
इस घटना की छानबीन कर रहे पुलिस निरीक्षक सदाशिव पडगे ने रविवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सोलापुर के अक्कलकोट रोड एमआईडीसी क्षेत्र में स्थित सेंट्रल टेक्सटाइल्स तौलिया कारखाने में शनिवार को अज्ञात कारणों से आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। दमकलकर्मियों ने अथक प्रयास करते हुए तीन मजदूरों को आग के खतरनाक घेरे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दुर्भाग्यवश डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
फैक्ट्री में भारी मात्रा में केमिकल का सामान मौजूद होने के कारण आग को बुझाने में दमकलकर्मियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसी बीच, यह जानकारी मिली कि कंपनी के मालिक उस्मान मंसूरी अपने परिवार के सदस्यों के साथ फैक्ट्री परिसर में ही बने आवास के एक बेडरूम में फंसे हुए हैं। आग लगने के बाद करीब 13 घंटे तक चले अथक बचाव अभियान के बाद रविवार को दमकल ब्रिगेड की टीम किसी तरह बेडरूम तक पहुंचने में कामयाब हुई। वहां फंसे फैक्ट्री मालिक सहित पांच लोगों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया और उन्हें तत्काल सरकारी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन पांचों को भी मृत घोषित कर दिया, जिससे मृतकों की कुल संख्या आठ तक पहुंच गई। दमकल विभाग की टीम ने रविवार को कड़ी मशक्कत के बाद फैक्ट्री में लगी आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया।
मृतकों की पहचान और शोक का माहौल
इस हृदयविदारक घटना में जान गंवाने वाले आठ लोगों की पहचान कर ली गई है। मृतकों में सेंट्रल इंडस्ट्रीज के मालिक उस्मान मंसूरी (87), अनस मंसूरी (24), शिफा मंसूरी (24), यूसुफ मंसूरी (1.6), आयशा बागबान (38), मेहताब बागवान (51), हिना बागवान (35) और सलमान बागवान (38) शामिल हैं। मृतकों में एक ही परिवार के पांच सदस्य और तीन मजदूर शामिल हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
इस त्रासद घटना ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है और पूरे औद्योगिक क्षेत्र में मातम का माहौल है। पुलिस और प्रशासन की टीमें अब इस बात की जांच कर रही हैं कि आग किस वजह से लगी और क्या फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा था या नहीं। घायल हुए दो दमकलकर्मियों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की जा रही है, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों को बचाने का प्रयास किया। इस घटना ने औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।