Jamtara Jharkhand : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक, दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की यादों को चिरस्थायी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। जामताड़ा के चिरुडीह में उनकी एक आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जिसे ‘स्टैच्यू ऑफ स्ट्रगल’ नाम दिया जाएगा। इस बात की जानकारी रविवार को झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत में दी।
चिरुडीह से ही शुरू हुआ था गुरुजी का संघर्ष
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने जामताड़ा के चिरुडीह से ही महाजनों के खिलाफ अपने आंदोलन का बिगुल फूंका था। इसी दौरान, 1975 में चिरुडीह कांड हुआ था, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गुरुजी को जेल भी जाना पड़ा, लेकिन बाद में उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया गया। इसी घटना ने उन्हें ‘गुरुजी’ के नाम से प्रसिद्धि दिलाई।
उल्लेखनीय है कि शिबू सोरेन का छह दिन पहले लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नेमरा (रामगढ़) में किया गया, जहां इन दिनों उनके पुत्र और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन श्राद्ध कर्म की रस्में निभा रहे हैं। यह प्रतिमा दिशोम गुरु के संघर्ष, उनकी बहादुरी और झारखंड के निर्माण में उनके अतुलनीय योगदान का प्रतीक होगी। ‘स्टैच्यू ऑफ स्ट्रगल’ उनकी विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।