लखनऊ: राजधानी के कैसरबाग बस स्टेशन पर सोमवार की सुबह एसटीएफ ने एक संदिग्ध महिला को गिरफ्तार किया है, जो मेरठ से लखनऊ आ रही रोडवेज बस में सवार थी। महिला के पास से पाकिस्तान में बनी पिस्टल और करीब डेढ़ लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है, जिसे लेकर एसटीएफ ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी। इस घटना के बाद बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया, लेकिन एसटीएफ की सूझबूझ से बड़ी घटना टल गई।
एसटीएफ की छापेमारी से मची खलबली
जानकारी के अनुसार, मेरठ रीजन के सोहराबगेट डिपो से चलकर एक रोडवेज बस कैसरबाग बस स्टेशन पर पहुंचने वाली थी। बस जैसे ही कैसरबाग बस स्टेशन में दाखिल होने वाली थी, अचानक कई लोग सादे कपड़ों में बस में घुस आए और एक महिला को घेर लिया। महिला को घेरे जाने के बाद बस में बैठे यात्री असमंजस में पड़ गए। बाद में यह जानकारी मिली कि ये लोग एसटीएफ के सदस्य थे, जिन्होंने बस में छापा मारा था।
महिला ने बुर्का पहना हुआ था, लेकिन रास्ते में उसने बुर्का उतारकर चेहरे पर मास्क लगा लिया था। एसटीएफ की टीम ने महिला की तलाशी ली, जिसमें उसके पास से एक पिस्टल और डेढ़ लाख रुपए की नकदी बरामद की गई। एसटीएफ को शक था कि पिस्टल पाकिस्तान में बनी हो सकती है, जिस कारण तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला को हिरासत में ले लिया गया और उसे साथ लेकर बस स्टेशन से रवाना हो गए।
महिला की पहचान और गिरफ्तारी की प्रक्रिया
बस के चालक मुकेश और परिचालक जाहिद ने बताया कि महिला मेरठ से बस में सवार हुई थी। शुरुआत में उसने बुर्का पहना हुआ था, लेकिन यात्रा के दौरान उसने उसे उतार दिया और फिर चेहरे पर मास्क लगा लिया। महिला ने मेरठ से लखनऊ तक का 425 रुपए का टिकट लिया था। जब बस कैसरबाग बस स्टेशन पहुंची, तब एसटीएफ को महिला के बारे में पहले से ही जानकारी थी, और उन्होंने महिला को घेरकर जांच शुरू कर दी। एसटीएफ की टीम ने महिला को बस से बाहर निकालकर अपनी कार्रवाई शुरू की।
पिस्टल और नकदी की बरामदी
एसटीएफ द्वारा की गई छानबीन के दौरान महिला के पास से पाकिस्तान में बने होने की संभावना वाले पिस्टल के अलावा करीब डेढ़ लाख रुपए की नकदी भी बरामद की गई। इस पिस्टल और नकदी से जुड़े मामलों की जांच अब एसटीएफ द्वारा की जा रही है। महिला की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए, एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया और आगे की पूछताछ के लिए उसे अपने साथ ले गई।
एसटीएफ की सूझबूझ से टली बड़ी घटना
एसटीएफ की सूझबूझ और तत्परता ने एक बड़े खतरे को टाल दिया। अगर महिला के पास से बरामद पिस्टल का गलत इस्तेमाल किया जाता, तो यह स्थिति बहुत गंभीर हो सकती थी। एसटीएफ ने समय रहते कार्रवाई की और लखनऊ में एक बड़ी घटना को होने से पहले ही रोक लिया।
यह घटना इस बात का प्रमाण है कि एसटीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां किस तरह से लगातार संदिग्ध गतिविधियों पर नजर बनाए रखते हुए सुरक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं। लखनऊ के कैसरबाग बस स्टेशन पर हुई इस कार्रवाई ने यह भी दिखाया कि राज्य और केंद्र सरकार की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया करती हैं, जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।