सेंट्रल डेस्क : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आगामी 10वीं और 12वीं की परीक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सोशल मीडिया पर परीक्षा से संबंधित गलत अफवाह फैलाने और मोबाइल फोन समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग करने पर अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस बार परीक्षा के दौरान मोबाइल या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़े जाने पर छात्रों पर एक साल का प्रतिबंध नहीं, बल्कि दो साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा। यह कदम परीक्षा में अनुशासन और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर प्रतिबंध
पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि कई छात्रों ने सोशल मीडिया के माध्यम से परीक्षा से संबंधित गलत जानकारियां और अफवाहें फैलाने की कोशिश की हैं। इससे न सिर्फ परीक्षा प्रक्रिया में बाधा आई, बल्कि अन्य छात्रों को भी भ्रमित किया गया। इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए, CBSE ने एक सख्त कदम उठाया है और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने को अब अनुचित साधन की श्रेणी में डाल दिया है।
CBSE के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने कहा कि यह कदम परीक्षा में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी और अनुशासनहीनता को रोकने के लिए उठाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर किसी छात्र के द्वारा इस तरह की गतिविधि पाई जाती है, तो उसे दो साल तक परीक्षा देने से प्रतिबंधित किया जा सकता है।
मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल बैन
इसके अलावा, बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन या किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। इस नियम का उल्लंघन करने पर छात्रों को परीक्षा से बाहर किया जा सकता है। पहले इस तरह की घटनाओं पर एक साल का प्रतिबंध लागू होता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर दो साल कर दिया गया है।
केंद्रों पर होने वाली निगरानी को और सख्त करने के लिए इस बार परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता या धोखाधड़ी पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। CBSE का कहना है कि यह कदम परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि छात्रों के बीच समान अवसर बनाए रखे जा सकें।
CBSE की तैयारी : निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा
डॉ. संयम भारद्वाज ने कहा कि इस बार बोर्ड परीक्षा को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे, मजबूत सुरक्षा उपाय और सख्त निगरानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, छात्रों को परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या अनुशासनहीनता से बचने के लिए पहले ही चेतावनी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बोर्ड का मुख्य उद्देश्य छात्रों को एक निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा का अवसर देना है, जहां हर छात्र को समान अवसर मिले और परीक्षा के परिणाम पूरी तरह से उनके प्रयासों और क्षमताओं पर आधारित हों।