रांची : झारखंड में कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों के बाद छात्र सोमवार को जेएसएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। नामकुम बाजार के पास 100 से ज्यादा छात्रों को पुलिस ने रोका और उन्हें समझाकर लौटाने का प्रयास किया। लेकिन छात्र इसके लिए तैयार नहीं थे। बता दें कि परीक्षा परिणाम में अनियमितता का आरोप लगाते हुए छात्र राज्यभर में विरोध प्रदर्शन करते रहे रहे हैं। छात्रों का कहना है कि 21 सितंबर को आयोजित परीक्षा में केवल 82 कैंडिडेट्स को उत्तीर्ण घोषित किया गया, जबकि 22 सितंबर को हुई परीक्षा में 2149 कैंडिडेट्स पास हुए। कई कैंडिडेट्स का कहना है कि कम अंक प्राप्त करने के बावजूद उन्हें उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया। इस पर छात्र सीबीआई से जांच की मांग कर रहे हैं।
सुरक्षा में तैनात है पुलिस
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने जेएसएससी कार्यालय और इसके आसपास के इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया है। सुरक्षा व्यवस्था के तहत ढाई हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, साथ ही फायर ब्रिगेड, वाटर कैनन और वज्र वाहन भी तैयार रखे गए हैं। ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है और पूरे इलाके को हाई सिक्योरिटी जोन घोषित कर दिया गया है।
जेएसएससी ने आरोप को बताया बेबुनियाद
इससे पहले जेएसएससी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि परीक्षा में कोई अनियमितता नहीं हुई और साक्ष्यों के आधार पर पेपर लीक का कोई मामला नहीं है। वहीं राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर इस मामले की जांच सीआईडी से कराने का निर्णय लिया है। इस बीच छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। वे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प ले चुके हैं।
जेएसएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के नामकुम स्थित कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और छात्र नेता देवेंद्र महतो को हिरासत में लिया। यह प्रदर्शन जेएसएससी द्वारा 16 दिसंबर 2024 को सफल अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन की प्रक्रिया के विरोध में किया गया था। जिलाज प्रशासन ने निर्देश जारी किया था कि असफल अभ्यर्थियों और कुछ स्वार्थी तत्वों के गुट द्वारा इस प्रक्रिया को बाधित करने की योजना बनाई जा रही है।
इन तत्वों द्वारा हिंसक घटनाओं को अंजाम देने की भी संभावना जताई जा रही है। रांची जिला प्रशासन और पुलिस इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और इन तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही कहा गया था कि जेएसएससी के सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या हिंसा से बचने के लिए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। पुलिस ने क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर दी है और निगरानी के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
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