Jamshedpur : तेज आंधी और बारिश के बीच बुधवार को दोपहर बाद सुंदरनगर के करीम तालाब के पास टाटा-चक्रधरपुर रेलखंड पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जैसे ही मौसम ने करवट बदली और तेज गर्जना के साथ बारिश शुरू हुई, एक नीम के पेड़ पर बिजली गिर गई। बिजली गिरते ही उसकी भारी डाल रेलवे ट्रैक पर आ गिरी। ठीक उसी समय टाटा से बादामपहाड़ की ओर जा रही एक पैसेंजर ट्रेन ट्रैक पर पहुँच रही थी।
हालात बेहद नाजुक थे, लेकिन ट्रेन के चालक की सतर्कता और लोको पायलट की तेज सूझबूझ ने समय रहते आपात ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। यह एक बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन एक सही निर्णय ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचा ली।
घटना दोपहर करीब तीन बजे की है, जब मौसम अचानक बिगड़ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज आवाज के साथ नीम के पेड़ पर बिजली गिरी, जिससे उसकी मोटी डाल टूटकर सीधी रेल पटरी पर गिर पड़ी। बिजली गिरने के प्रभाव से पेड़ में आग जैसी चिंगारियां निकलने लगीं। इसी दौरान ट्रेन के पैंटोग्राफ से भी हल्की चिंगारियां फूटने लगीं, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
अचानक ट्रेन के रुकने और चिंगारी निकलने से यात्रियों को लगा कि ट्रेन में आग लग गई है। कुछ लोग घबरा कर सीटों से उठ गए, लेकिन रेलवे कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को तेजी से संभाल लिया और किसी को नुकसान नहीं हुआ।
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे की मेंटेनेंस टीम और सुंदरनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इलाके को घेराबंदी कर पेड़ की डाल को ट्रैक से हटाया गया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक को पूरी तरह साफ कर आवागमन सामान्य किया गया।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने चालक की सतर्कता और रेलवे कर्मचारियों की तत्परता की जमकर सराहना की। रेलवे प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और पूरे क्षेत्र में रेल ट्रैक की सुरक्षा की समीक्षा शुरू कर दी है।
यह घटना साबित करती है कि विपरीत परिस्थितियों में सूझबूझ और त्वरित निर्णय न केवल संकट टाल सकते हैं, बल्कि जान भी बचा सकते हैं।


