रांची : सदर हॉस्पिटल में सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है। एक के बाद एक नई सुविधाएं मरीजों के लिए शुरू की जा रही है। अब दिल के मरीजों के लिए राहत की खबर है। जी हां 3-4 महीने में सदर में भी दिल के मरीजों की सर्जरी शुरू हो जाएगी। इतना ही नहीं उन्हें पेसमेकर लगाने से लेकर एसटेंट लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी भी शुरू कर दी जाएगी। जिससे कि मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटलों में भारी भरकम बिल नहीं भरना पड़ेगा। इसके अलावा हॉस्पिटल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को कई और सुविधाएं भी मिलेगी। जिससे कि मरीजों को सारी सुविधाएं एक ही छत्त के नीचे मिलने लगेगी।
कैथलैब बनने से तेज होगी सर्जरी
फिलहाल हॉस्पिटल में हार्ट के मरीजों को ओपीडी और इनडोर की सुविधाएं मिल रही है। अब कैथलैब बन जाने से मरीजों को ओपीडी के साथ ही सर्जरी की सुविधा भी दी जायेगी। इसके लिए कैथ लैब बनाने का काम जल्द शुरू होगा। स्वास्थ्य विभाग से अप्रूवल मिलने के बाद जिला स्तर पर टेंडर निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। वहीं टेंडर के बाद 90 दिनों में चुनी जाने वाली एजेंसी को कैथलैब तैयार करना होगा। इसके बाद कैथलैब का लाभ हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को मिलने लगेगा। फिलहाल डॉक्टर मरीजों को डॉक्टर सलाह दे रहे हैं और इनडोर में मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। ऐसे में जब कैथलैब की सुविधा मिलेगी तो इलाज के लिए मरीज प्राइवेट की जगह अब सदर में पहुंचेंगे। चूंकि इससे पहले केवल सरकारी हॉस्पिटलों में रिम्स में ही कैथलैब की सुविधा है।
10 दिन में आ जाएगी सीटी स्कैन मशीन
हॉस्पिटल में सीटी स्कैन मशीन लगाने को लेकर सिविल वर्क्स का काम पूरा हो चुका है। अप्रैल के पहले हफ्ते में मशीन आ जाएगी। इंस्टालेशन के बाद इसका ट्रायल होगा। वहीं मरीजों का सस्ते दर पर सीटी स्कैन शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे में मरीजों को अब सीटी स्कैन कराने के लिए प्राइवेट सेंटरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
मई से एमआरआई की भी सुविधा
एमआरआई मशीन लगाने के लिए एक्प्रेशन आफ इंटरेस्ट मांगा गया था। वहीं एजेंसी को आर्डर दिया गया है। अब एमआरआई मशीन की सुविधा भी सदर में मिलने लगेगी। इससे मरीजों की जेब पर डाका नहीं पड़ेगा। वहीं सस्ते दर पर बेहतर इलाज सदर में ही मिल सकेगा। जांच की सुविधा बेहतर होने से मरीजों का सटीक इलाज हो सकेगा।
रिम्स का लोड होगा कम
फिलहाल मरीज गंभीर बीमारियों की स्थिति रिम्स जाना ही बेहतर समझते है। लेकिन कुछ दिनों में सदर हॉस्पिटल में स्पेशलिस्ट डॉक्टर जुड़े है। वहीं मरीजों को आन कॉल भी इलाज की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। ऐसे में कैथलैब, सीटी स्कैन और एमआरआई की सुविधा मिलने से मरीज इलाज के लिए सदर हॉस्पिटल पहुंचेंगे। इससे राज्य के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल रिम्स पर मरीजों का लोड थोड़ा कम होगा।


