Home » केरल मुस्लिम संगठन ने वक्फ बिल मतदान के दौरान प्रियंका गांधी की गैरहाजिरी पर कहा- ‘Black mark’

केरल मुस्लिम संगठन ने वक्फ बिल मतदान के दौरान प्रियंका गांधी की गैरहाजिरी पर कहा- ‘Black mark’

यह भी सवाल उठाया गया कि क्या प्रियंका गांधी सदन में हो रहे मुद्दों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और यह संकेत दिया गया कि वह अपनी संसदीय जिम्मेदारियों को अन्य मामलों पर कितनी प्राथमिकता देती हैं।

by Reeta Rai Sagar
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

सेंट्रल डेस्क: समस्त केरल जमीयतुल उलमा के मुखपत्र सुप्रभातम में एक संपादकीय में वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा की लोकसभा में महत्वपूर्ण वक्फ बिल के मतदान सत्र के दौरान अनुपस्थिति पर तीखा हमला किया गया है।

संपादकीय में प्रियंका गांधी के इस निर्णय की निंदा की गई है कि उन्होंने पार्लियामेंट सत्र को छोड़ दिया, खासकर जब व्हिप था। इसे उनके राजनीतिक रिकॉर्ड पर “काले धब्बे” के रूप में प्रस्तुत किया गया।

सुप्रभातम ने लिखा, ‘प्रियंका ने खुद को कलंकित किया’
मुखपत्र सुप्रभातम ने संपादकीय में लिखा, “व्हिप का उल्लंघन कर और विधानसभा में न पहुंचकर प्रियंका ने खुद को कलंकित किया है।” संपादकीय ने यह भी सुझाव दिया कि प्रियंका की अनुपस्थिति यह संकेत देती है कि वह एक सांसद के रूप में अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के प्रति गंभीर नहीं हैं। इसमें यह भी सवाल उठाया गया कि क्या वह सदन में हो रहे मुद्दों के प्रति प्रतिबद्ध हैं और यह संकेत दिया गया कि वह अपनी संसदीय जिम्मेदारियों को अन्य मामलों पर प्राथमिकता देती हैं।

अन्य नेताओं पर भी की गई टिप्पणी
यह संपादकीय सिर्फ प्रियंका गांधी की अनुपस्थिति तक सीमित नहीं रही, बल्कि भारतीय राजनीति की वर्तमान स्थिति पर भी एक व्यापक टिप्पणी थी, जिसमें शीर्षक “अवसरों का युग” के माध्यम से नेताओं के प्रदर्शन के प्रति असंतोष व्यक्त किया गया।

भाजपा सांसद ने भी अनुपस्थिति पर उठाया था सवाल
इससे पहले भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने गांधी परिवार की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया था। शर्मा ने कहा था, “संसद में एक ऐतिहासिक पल देखा गया… न राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, और न ही सोनिया गांधी ने बहस के दौरान कुछ कहा। यह नहीं पता था कि वे इसके पक्ष में हैं या विरोध में… हर किसी को यह पता था कि यह बिल अल्पसंख्यकों के हित में है और सभी दलों के नेताओं ने इसके पक्ष में वोट किया।”

सामस्था ने भी प्रियंका को घेरा
इस्लामिक शिक्षा बोर्ड सामस्था ने भी प्रियंका की आलोचना की हे। सामस्था की आलोचना केरल में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समुदाय का राज्य में मुस्लिम मतदाताओं के बीच बड़ा प्रभाव है, जो एक प्रमुख मतदान समूह के रूप में महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि यह बिल राज्य सभा में 128 वोटों के समर्थन और 95 वोटों के विरोध में पास हुआ। यह बिल लोकसभा में भी गुरुवार को 288 सदस्य इसके पक्ष में और 232 इसके विरोध में के साथ पास हुआ।

Related Articles