पलामू : रेल यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा व सावधानी कितनी जरूरी है, इसका अहसास उस समय ज्यादा होता है जब थोड़ी सी लापरवाही जान को जोखिम में डाल देती है। ऐसा ही कुछ वाकया पलामू जिले की कोयल नदी पर पर ट्रेन के गुजरने के दौरान सामने आया जब कोच के गेट पर यात्रा कर रहा यात्री कोयल नदी में 60 फीट नीचे जा गिरा।
बैठने की जगह नहीं मिली तो बैठ गया गेट पर
मनोज करमाली हटिया जम्मूतवी एक्सप्रेस से दिल्ली से लौट रहा था। रामगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में चढ़ने पर मनोज को जनरल बोगी में सीट नहीं मिली तो वह ट्रेन के दरवाजे के पास बैठकर यात्रा करने लगा। मनोज को उस समय झपकी लग गई जब ट्रेन कोयल नदी का पुल पार कर रही थी। इसी बीच झटका लगा और वह नदी में जा गिरा।
रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने बचाई जान
गनीमत यह थी कि नदी में ज्यादा पानी या तेज बहाव नहीं था। नदी में गिरने के बाद मनोज ने पुल के पिलर का सहारा लिया और मदद के लिए चिल्लाने लगा। मौके पर पहुंची पेट्रोलिंग पुलिस ने रेलवे सुरक्षा बल को यात्री के नदी में फंसे होने की सूचना दी। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने कोयल नदी में फंसे यात्री को रस्सी के सहारे 60 फुट की ऊंचाई तक खींच कर निकाला। यात्री मनोज को निकाल कर इलाज के लिए विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
बोकारो का है मनोज, दिल्ली से लौट रहा था घर
नदी में गिरकर घायल होनेवाला 22 वर्षीय मनोज करमाली बोकारो जिले के महुआटांड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बडकी पुन्नु का रहनेवाला है। वह अपने दोस्त बिजय करमाली के साथ पुरानी दिल्ली से हटिया-जम्मूतवी एक्सप्रेस से घर लौट रहा था। जनरल बोगी में सीट नहीं मिलने से वह गेट के पास खड़े होकर यात्रा कर रहा था जबकि उसका दोस्त सीट पर बैठा हुआ था। मंगलवार 27 सितंबर की सुबह 7.40 बजे के करीब ट्रेन गढ़वा रोड कोयल रेल पुल से पार कर रही थी। पुल पार करने के दौरान ही यह हादसा हुआ।
एक घंटे तक मदद के इंतजार में पिलर पर चढ़ा रहा
हालांकि 7.40 बजे नदी में जहां मनोज गिरा, वहां पानी कम था। नदी में गिरने के उपरांत पानी के बहाव से बचने के लिए वह रेल पुल के पिलर पर चढ़ गया और शोर मचाना शुरू कर दिया। रेलवे की पेट्रोलिंग टीम की नजर उस पर पड़ी। पेट्रोलिंग टीम ने इसकी सूचना 8.40 बजे रेलवे सुरक्षा बल को दी। रेलवे सुरक्षा बल की टीम कोयल पुल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
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रेस्क्यू में लगे कई घंटे, प्राथमिक इलाज के बाद छोड़ा गया
कई घंटे की मशक्कत के बाद रस्सी के सहारे 60 फुट ऊंचे पुल पर मनोज को लाने में सफलता मिली। हालांकि नदी में गिरने के कारण मनोज को ज्यादा चोट नहीं लगी थी। उसके बाद उसको इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसका प्राथमिक चिकित्सा के बाद छोड़ दिया गया। रेलवे सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर बनारसी यादव ने भी इस बात की पुष्टि की कि रेल में यात्रा करने के दौरान एक यात्री कोयल रेल पुल के नीचे गिर गया था। जिसको आरपीएफ की टीम वहां पहुंची और उसको कोयल नदी से निकालने का कार्य किया। उसको पुल से निकालकर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के उपरांत उसको छोड़ दिया गया। उसके स्वजन उसको अपने साथ घर ले गए।