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शेयरों की वैल्यू 10 साल में सबसे कम, डॉलर व क्रूड आयल के दाम भी घट रहे, जानिए कारण

by Yugal Kishor
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नई दिल्ली : भारतीय शेयर बाजार में बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी- 50 और सेंसेक्स अपने-अपने अब तक के सबसे उच्च स्तर से 16 प्रतिशत के निम्न स्तर पर गिर चुके हैं। इनमें मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखी जा रही है। वहीं निफ्टी- 500 इंडेक्स की 68 प्रतिशत कंपनियों के शेयर 52 हफ्तों की ऊंचाई से नीचे गिरकर 30 प्रतिशत या इससे भी अधिक टूटे हैं। डाॅलर और क्रूड ऑयल या कच्चे तेल का दाम भी घट रहा है।

कोरोनाकाल के बाद देखी गई गिरावट

भारतीय शेयर बाजार अपने अब तक के सबसे निचले स्तर के दौर से गुजर रहा है। अब तक शेयर मार्केट में बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी- 50 और सेंसेक्स अपने उच्चतम स्तर से 16 प्रतिशत तक के सबसे निचले स्तर पर आ चुके हैं। यह गिरावट मुख्यतः कोरोनाकाल के बाद के बाद देखी गई।

स्वर्णिम रहा है शेयर बाजार का इतिहास

शेयर बाजार के इससे पूर्व के आंकड़ों को यदि देखा जाए तो वर्ष 2002- 08 के बीच और 2020- 24 की समयावधि के दौरान निफ्टी- 50 की पर शेयर अर्निंग (ईपीएस) 23.13 थी, जो वार्षिक 22 प्रतिशत के कंपाउंडेड रेट ( सीएजआर) से बढ़ा था। इन दोनों ही समयावधि में बाजार ने अधिक रिटर्न दिया था। इसे भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में अब तक के सबसे शानदार रिटर्न में गिना जाता है।

बाजार में इतनी गिरावट को माना जाता सामान्य

यदि भविष्य में इस संभावना की बात की जाए कि शेयर बाजार के मूल्यों में बढ़ोतरी होगी या नहीं अथवा इसमें सुधार आएगा या नहीं। ऐसी संभावना है कि वित्त वर्ष 2024- 25 में निफ्टी- 50 की ईपीएस ग्रोथ केवल 5.2 प्रतिशत रहेगी। यह गिरावट बाजार में बिकवाली की एक प्रमुख वजह बनी है। इस पूर्व के आंकड़ों के अनुसार तीव्रता वाले बाजार में 15-20 प्रतिशत की गिरावट को सामान्य माना जाता है। पिछले कुछ वर्षों में आर्थिक मंदी, पश्चिमी देशों के बीच युद्ध और कोविड जैसी वैश्विक अस्थिरताओं के बावजूद भी बाजार प्रत्येक वर्ष में रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंचे हैं।

भविष्य में बाजार में सुधार की संभावना

आगामी वर्ष 2025- 27 के मध्य निफ्टी की ईपीएस ग्रोथ 13 प्रतिशत तक रहने की संभावना जताई जा रही है। वैल्यूएशन के मुताबिक 12 महीनों की अनुमानित आय के 18- 19 गुना पर निफ्टी ट्रेड कर रहा है। यह 10 वर्षों के औसत का 20.3 गुना से निम्न स्तर पर है। लेकिन 2025 से 27 के बीच निफ्टी की ईपीएस ग्रोथ 12.8 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। भविष्य में बाजार की स्थिति सुधरने की संभावना डॉलर और क्रूड ऑयल की गिरावट के चलते जताई जा रही है। भविष्य में यदि रूस- यूक्रेन युद्ध रुक जाता है, तो इससे भी बाजार को एक अच्छी बढ़त देखने की उम्मीद हो सकती है।

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