पिठोरिया : अभी कुछ दिन पहले तक राज्य में सूखे को लेकर चर्चा हो रही थी। किसान परेशान थे। बारिश की राह देख रहे थे। हालांकि अब भी कुल बारिश औसत से कम होने की बात कही जा रही है लेकिन हाल में कुछ दिनों से लगातार और मूसलाधार बारिश ने किसानों के सामने नई चिंता खड़ी कर दी है। लगभग पूरे झारखंड में इस मूसलाधार बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है।
70-80 % सब्जियां खेतों में ही बर्बाद हो गई है- किसान हसीब अंसारी
राज्य भर में निरंतर मूसलाधार बारिश की वजह से किसानों के खेतों में लगी सब्जियां लगभग 70% बर्बाद हो चुकी है। कांके के पिठोरिया क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर में लगे फूलगोभी, पत्ता गोभी, धनिया पत्ता, टमाटर, करेला, इत्यादि सब्जियां लगातार हो रहे मूसलाधार बारिश के वजह से लगभग खेतों में ही बर्बाद हो चुकी है।
ऐसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ है। सही समय पर बारिश नहीं होने पर इस साल अधिकतर किसान धान की खेती भी नही लगा पाए है। कांके के इचापीड़ी पंचायत के किसान हसीब अंसारी ने बताया कि उसके जमीन पर लगभग एक एकड़ में पत्ता गोभी, फूलगोभी सब्जी तैयार होने वाली थी लेकिन लगातार बारिश के वजह से 70 से 80 प्रतिशत सब्जियां खेतों में ही बर्बाद हो गई।
फसल के साथ घर भी ढह गये है बारिश से, कर्ज मे डूबे किसान
वहीं किसान पंचाम उरांव, मोहम्मद गुफरान अंसारी ने भी बताया कि अपने खेतों पर उन्होंने फूलगोभी, पत्ता गोभी, धनिया पत्ता, पालक साग, बैंगन की सब्जी लगाई थी। लेकिन भारी बारिश के कारण लगभग खेतों पर ही सभी सब्जियां बर्बाद हो गई हम लोग बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड ऋण लेकर खेती लगाए थे। इस वर्ष धान की भी खेती नहीं हो पाई। हमलोग कर्ज में डूब गए है।
किसानों ने सरकार से जताई उम्मीद
इस समय लगातार बारिश होने से सब्जी आदि का नुकसान व समय पर बारिश न होने के कारण ज्यादातर किसान धान की खेती भी नहीं कर पाये हैं। किसानों ने कहा कि “अब तो सरकार से ही उम्मीद है”। इचापीड़ी पंचायत के मुखिया लाखो उरांव ने बताया कि हमलोग सुबह से ही पंचायत का भ्रमण कर नुकसान का मुआयना कर रहे है। काफी नुकसान हुआ है।
कई गरीब लोगों के कच्चे मकान बारिश की वजह से ढह गए। किसानों के खेतों में लगभग तैयार सब्जियां बर्बाद हो गई है। मैं राज्य सरकार से अपील करता हूं कि, सरकार तुरंत नुकसान का सर्वे करा कर किसानों को तत्काल मुआवजा मुहैया कराए, ताकि किसान फिर से खड़ा हो सके। और जिन गरीबो का मकान बारिश में ढह गया है उन्हें प्रधानमंत्री आवास के तहद उन्हें पक्का मकान दे।
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