रांची : झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र आज तीसरे दिन प्रवेश कर चुका है, और इस दिन का महत्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए खास था। आज सदन में हेमंत सोरेन सरकार ने विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया, जो महत्वपूर्ण रहा। विधानसभा में इंडिया गठबंधन के पास कुल 56 विधायक हैं और यह संख्या यह स्पष्ट करती है कि हेमंत सोरेन आसानी से बहुमत हासिल कर लेंगे।
बहुमत की संख्या और विश्वास प्रस्ताव
झारखंड विधानसभा में सरकार बनाने के लिए आवश्यक बहुमत का आंकड़ा 41 है, और हेमंत सोरेन के पास इस समय 56 विधायकों का समर्थन है। इसमें झामुमो (JMM) के 34 विधायक, कांग्रेस के 16 विधायक, राजद के 4 विधायक और माले के 2 विधायक शामिल हैं। इसके साथ ही आज राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा, जिसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा।
विपक्षी दलों में नेता प्रतिपक्ष का संकट
इस बीच, विपक्षी दल भाजपा में नेता प्रतिपक्ष का चुनाव सबसे बड़ा सवाल बनकर उभरा है। अब तक भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया है, और इस कारण संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा सत्र इस बार बगैर नेता प्रतिपक्ष के समाप्त हो सकता है। हालांकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि जल्द ही नाम फाइनल किया जाएगा।
विधानसभा के दूसरे दिन हुए महत्वपूर्ण चुनाव
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ, जिसमें रबींद्रनाथ महतो को एक बार फिर से स्पीकर चुना गया। पहले दिन प्रोटेम स्पीकर ने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई। आज तीसरे दिन, हेमंत सोरेन अपनी सरकार के बहुमत का विश्वास सदन में साबित करेंगे।