सेंट्रल डेस्क : रमज़ान का पवित्र महीना चल रहा है, और रोज़ा रखने वाले लोगों के लिए यह आत्मसंयम और इबादत का समय होता है। लेकिन, लंबे समय तक बिना पानी और भोजन के रहने से कई लोगों को गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। खासतौर पर, सहरी और इफ्तार के बीच लंबा गैप होने के कारण पाचन तंत्र प्रभावित होता है। ऐसे में अगर खानपान का सही ध्यान न रखा जाए, तो दिन भर असहज महसूस कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि रोज़े के दौरान गैस और एसिडिटी से कैसे बचा जा सकता है।
सहरी में हल्का और सुपाच्य भोजन करें
मानगो के डाक्टर अफरोज शकील बताते हैं कि इफ्तार के समय बहुत भारी और तला-भुना खाना खाने से परहेज करें। अत्यधिक मसालेदार या मांसाहारी भोजन पचने में अधिक समय लेता है, जिससे गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसके बजाय, हल्का और फाइबर युक्त भोजन लें, जो आसानी से पच सके और पेट को ज्यादा मेहनत न करनी पड़े।
सहरी में अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लें
रोज़े के दौरान हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। सहरी में ज्यादा से ज्यादा पानी, दूध, छाछ, नारियल पानी और फलों का रस लें। यह पाचन क्रिया को दुरुस्त रखेगा और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करेगा।
इफ्तार के बाद धीरे-धीरे खाना खाएं
दिन भर भूखे रहने के बाद अचानक अधिक मात्रा में खाना खाने से पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इससे गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए, इफ्तार के दौरान पहले हल्का खाना खाएं और फिर थोड़ा आराम करने के बाद मुख्य भोजन करें।
पुदीने की चाय पिएं
सहरी या इफ्तार के अंत में पुदीने की चाय पीना बहुत फायदेमंद होता है। यह पेट की ऐंठन को कम करने, पाचन को सुधारने और गैस की समस्या से राहत देने में मदद करता है। अगर आप रोज़ा रखते समय इन आसान उपायों को अपनाते हैं, तो गैस और एसिडिटी से बच सकते हैं और अपने रोज़े को आरामदायक बना सकते हैं।
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