नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वाॅर का भयावह असर बांग्लादेश जैसे अन्य विकासशील देशों पर पड़ने की आशंका है। ये बातें इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर की निदेशक पामेला कोक हैमिल्टन ने कही है। अमेरिका और चीन के बीच चल रही तनातनी और टैरिफ वाॅर के कारण दोनों देशों के बीच 80% तक व्यापार में कमी होने की आशंका जताई जा रही है। अमेरिका ने बांग्लादेश पर 37% टैरिफ (आयात शुल्क) लगाया है। इससे बांग्लादेश को वार्षिक 3.3 अरब डॉलर प्रतिवर्ष का नुकसान हो सकता है।
बांग्लादेश को प्रतिवर्ष 3.3 अरब डॉलर नुकसान!
संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड एजेंसी की निदेशक पामेला कोक हैमिल्टन के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए, रेसिप्रोकल टैरिफ नीति से बांग्लादेश जैसे विकासशील देशों के लिए यह एक भयावह स्थिति उत्पन्न कर सकता है। अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले, टैरिफ से इन्हें भारी नुकसान होने की आशंका है। अमेरिका द्वारा बांग्लादेश पर लगाया गया टैरिफ 37% है। इसके अनुसार बांग्लादेश को प्रतिवर्ष 3.3 अरब डॉलर के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। बांग्लादेश और अन्य विकासशील देशों पर अमेरिका और चीन के बढ़ते टैरिफ वाॅर का गहरा असर पड़ सकता है। अमेरिका ने बांग्लादेश पर 37% टैरिफ लगाया है। बांग्लादेश मुख्यतः अमेरिका को रेडीमेड गारमेंट्स (तैयार परिधान) निर्यात करता है।
अमेरिका और चीन में चल रही तनातनी
पामेला ने यह भी कहा है कि ट्रेड वॉर के परिणामस्वरूप वैश्विक व्यापार 3-7% तक कम हो सकता है, जिससे वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 0.7% तक कम होने की आशंका है। विकासशील देशों के लिए यह स्थिति अधिक घातक सिद्ध होगी। वैसे तो अमेरिका ने रेसिप्रोकल टैरिफ से अधिकतर देशों को 90 दिनों की छूट दी है, लेकिन उसने चीन पर 145% टैरिफ लगा दिया है। चीन को विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता है। चीन और अमेरिका दोनों ही एक- दूसरे के सामने झुकने को तैयार नहीं है। दोनों में टैरिफ वाॅर गहराता ही जा रहा है। शुक्रवार को चीन ने भी अमेरिका पर 125% टैरिफ (आयात शुल्क) लगा दिया।
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