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Train fire : चलती ट्रेन में लगी आग से मचा हड़कंप: लोको पायलट की सतर्कता से बड़ा हादसा टला

by Mujtaba Haider Rizvi
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गया : गया-कोडरमा रेलखंड के पहाड़पुर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। कोयला लदी एक मालगाड़ी की 20 वीं बोगी से अचानक धुआं उठता देख लोको पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत ट्रेन रोक दी। ट्रेन रुकने के बाद आग लगने की सूचना स्टेशन मास्टर को दी गई। यह घटना रेलवे प्रशासन के लिए एक चुनौती बन गई।

लोको पायलट की सतर्कता ने बचाई जान

गौरतलब है कि मालगाड़ी में कोयला लदा हुआ था, और ट्रेन की गति तेज थी। लोको पायलट ने ट्रेन की 20वीं बोगी से उठते हुए धुएं को देखा और तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। इस सतर्कता से आग को अन्य बोगियों तक फैलने से रोका जा सका, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।

फायर ब्रिगेड की टीम ने संभाला मोर्चा

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन ने फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया। फायर ब्रिगेड और रेलवे कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक आग पूरी तरह बुझाई नहीं जा सकी थी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कोयले में स्वतः स्फुरण (spontaneous combustion) के कारण आग लगने की संभावना जताई जा रही है।

रेल यातायात प्रभावित

इस घटना के कारण गया-कोडरमा रेलखंड पर कुछ देर के लिए रेल यातायात बाधित हुआ। कई ट्रेनों को या तो रोक दिया गया या उनके मार्ग बदल दिए गए। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने तेजी से काम करते हुए स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। रेलवे अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

तकनीकी टीम कर रही है जांच

रेलवे की तकनीकी टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण कोयले में स्वतः स्फुरण बताया जा रहा है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा। अधिकारियों ने यह भी कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे सुरक्षा मानकों को और अधिक कड़ा किया जाएगा।

कोयला परिवहन में जोखिम

कोयला लदी ट्रेनों में स्वतः स्फुरण का खतरा हमेशा बना रहता है। कोयले की गर्मी और ऑक्सीजन की उपस्थिति में यह प्रक्रिया तेज हो जाती है। रेलवे प्रशासन इस जोखिम को कम करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने की योजना बना रहा है।

रेल प्रशासन की सतर्कता सराहनीय

रेल प्रशासन और लोको पायलट की तत्परता ने इस घटना को एक बड़े हादसे में बदलने से बचा लिया। हालांकि आग पूरी तरह से बुझाने में समय लग रहा है, लेकिन राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

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