रांची: सिरमटोली स्थित सरना स्थल के सामने बन रहे रैम्प को लेकर आदिवासी संगठनों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। आदिवासी समाज ने राज्य सरकार पर आस्था और अधिकारों का दमन करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन को और तेज करने का ऐलान किया है। शनिवार को नगड़ा टोली सरना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ सख्त तेवर दिखाए और रविवार को अल्बर्ट एक्का चौक पर उनका पुतला दहन करने की घोषणा की। पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि रैम्प निर्माण कार्य दोबारा शुरू होने से समाज में गहरी नाराजगी है। उन्होंने बताया कि सिरमटोली फ्लाईओवर रैम्प स्थल पर विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
सरकार को दी चेतावनी
प्रेम शाही मुंडा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आदिवासी समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ बंद नहीं हुआ तो सरकार को सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी विधायकों में भी सरकार के खिलाफ बोलने का साहस नहीं बचा है। कुंदरसी मुंडा ने आरोप लगाया कि सरकार सरना स्थल के पास की 10 फीट जमीन जबरन अधिग्रहित कर रही है, जो आदिवासियों की धार्मिक आस्था से जुड़ी है। उन्होंने दो टूक कहा कि यह जमीन हर हाल में वापस ली जाएगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन का बिगुल बज चुका है, अब आर-पार की लड़ाई होगी। संगठनों ने सीएम आवास का घेराव, राज्य स्तरीय आंदोलन और जनजागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया है। वक्ताओं ने कहा कि एचईसी प्रबंधन, जिसे आदिवासियों ने जमीन दी थी, अब वही उन्हें उजाड़ने पर तुला है।
ये रहे मौजूद
मौके पर कुंदरसी मुंडा, प्रेम शाही मुंडा, निरंजना हेरेंज, रवि मुंडा, आकाश तिर्की, अशोक बड़ाईक, राहुल तिर्की, संगीता कच्छप सहित दर्जनों आदिवासी नेता उपस्थित थे।