नई दिल्ली: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट में इंडस्ट्री की जरूरतों के हिसाब से शॉर्ट टर्म इंडस्ट्री रेलिवेंट सर्टिफिकेट कोर्स लागू करने के लिए गाइडलाइन जारी की है। ये सर्टिफिकेट कोर्स 30 क्रेडिट तक के होंगे। ये कोर्स स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल लर्निंग में मदद करेंगे और स्टूडेंट्स और वर्कप्लेस के बीच का गैप भी कम होगा।
यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में हर स्ट्रीम के स्टूडेंट्स शॉर्ट टर्म स्किल डेवलपमेंट कोर्स (एसटीएसडीसी) कर सकेंगे। 3 से 6 महीने के ये कोर्स पूरे करने पर स्टूडेंट्स को कम से कम 12 और ज्यादा से ज्यादा 30 क्रेडिट्स तक मिलेंगे।
जानिए कौन कर सकता है कोर्स:
UGC गाइडलाइन के अनुसार किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से डिग्री या डिप्लोमा कर रहे स्टूडेंट्स या 12वीं पास कर चुका कोई भी स्टूडेंट इन कोर्सेज के लिए एलिजिबल होगा। विदित हाे कि 12वीं करने के बाद बहुत से छात्र सर्टिफिकेट काेर्स करने के लिए एसे संस्थानाें काे चुन लेते हैं जिन्हें किसी भी संस्थान से मान्यता नहीं मिली हाेती है। ऐसे में उनका पैसा भी लगता है और सर्टिफिकेट भी मान्य नहीं हाेता है। लेकिन अब ऐसे काेर्स इन छात्राें काे यूजीसी से मान्यता प्राप्त विवि व काॅलेजाें में मिल जाएंगे। जिससे छात्र फर्जीवाड़े से बच जाएंगे।
न्यू एजुकेशन पाॅलिसी के तहत शुरू किए गए हैं काेर्स:UGC
UGC की ओर से कहा गया कि नई गाइडलाइन नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत डिजाइन की गई है। इन कोर्सेज की मदद से हम पढ़ाई के ट्रेडिशनल तरीके और हैवी कंटेंट लर्निंग से बढ़कर प्रैक्टिकल लर्निंग की ओर बढ़ सकेंगे। ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने किसी वजह से स्कूल या कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी है, वो भी इन कोर्सेज की मदद से अपनी स्किल पर काम कर सकते हैं।
ये काेर्स हाेंगे उपलब्ध:UGC
एआई, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइंस, डिजिटल मार्केटिंग, योगिक साइंस, सॉफ्ट स्किल एंड इफेक्टिव कम्युनिकेशन, क्रिटिकल थिंकिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसे 27 शॉर्ट टर्म स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज स्टूडेंट्स के लिए अवेलेबल होंगे। यूजीसी का कहना है कि इन काेर्स काे करने के बाद कही भी छात्र संबंधित फिल्ड में जाॅब करने के याेग्य हाे जाएंगे।
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