New Delhi : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कलिंगा औद्योगिक प्रौद्योगिकी संस्थान (KIIT) में छात्राओं द्वारा आत्महत्या (Girl Students Suicide) के हालिया मामलों की जांच के लिए एक तथ्यान्वेषी समिति (fact finding committee) का गठन किया है। यह जानकारी शुक्रवार को अधिकारियों द्वारा दी गई।
दो महीने में दूसरी छात्रा ने की आत्महत्या
यह कदम तब उठाया गया है जब केआईआईटी भुवनेश्वर की 20 वर्षीय नेपाली छात्रा का शव गुरुवार को उसके छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका हुआ पाया गया। दुखद रूप से, यह इसी संस्थान में इस तरह की दूसरी घटना है। इससे पहले, 16 फरवरी को संस्थान की एक अन्य नेपाली छात्रा, प्रकृति लमसाल ने भी कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
इग्नू के पूर्व कुलपति करेंगे कमेटी का नेतृत्व
यूजीसी के सचिव मनीष जोशी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा, “यूजीसी ने केआईआईटी, भुवनेश्वर में छात्राओं की आत्महत्या के मामलों की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक उपाय सुझाने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव की अध्यक्षता में एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया है।”
10 दिनों में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
यूजीसी ने इस महत्वपूर्ण मामले की गंभीरता को देखते हुए समिति को जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। समिति को घटना की गहन जांच कर दस दिनों के भीतर अपनी तथ्यान्वेषी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। इस रिपोर्ट के आधार पर यूजीसी आगे की कार्रवाई और संस्थान में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा।