रांची : गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 17 दिसंबर को राज्यसभा में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर की गई टिप्पणी के विरोध में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने विरोध मार्च निकाला। यह मार्च कांग्रेस भवन से अल्बर्ट एक्का चौक तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में निकाला गया। इस दौरान अमित शाह का पुतला दहन भी किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि संविधान भारत के लोकतंत्र की आत्मा है। इसके शिल्पकार बाबा साहब हैं। ऐसे महान व्यक्ति का अपमान लोकतंत्र के खिलाफ है। भाजपा देश के संविधान को समाप्त कर आरएसएस के विचारों पर आधारित संविधान लागू करने की कोशिश कर रही है। इसके पहले कदम के रूप में बाबा साहब का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा हमेशा से संविधान और तिरंगे के विरोध में रही है। अब बाबा साहब का अपमान करके उसने दलित समुदाय के आत्मसम्मान पर हमला किया है।
भाजपा का दोहरा चरित्र आया सामने
उन्होंने कहा कि चुनावों के समय दलितों के हितों की बात करने वाली भाजपा का दोहरा चरित्र अब सामने आ चुका है। अमित शाह को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। जिस संविधान की शपथ लेकर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री और अमित शाह गृह मंत्री बने हैं, अब वही संविधान उनके लिए महत्वहीन हो गया है। विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। जिनमें राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, राजीव रंजन प्रसाद, रविंद्र सिंह, लाल किशोर नाथ शाहदेव, आभा सिन्हा, अमूल्य नीरज खलखो, आलोक कुमार दूबे, सोनाल शांति, केदार कमल ठाकुर, रियाज अंसारी, राजेश गुप्ता, अभिलाष साहु और अन्य मौजूद थे।
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