देहरादून : चारधाम यात्रा के दौरान एक और बड़ा हादसा टल गया जब शनिवार को केदारनाथ जा रहे एक हेलिकॉप्टर को तकनीकी खराबी के चलते उत्तराखंड के सिरसी-बढ़ासु मार्ग पर हाईवे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। राहत की बात यह रही कि हेलिकॉप्टर में सवार सभी 5 तीर्थयात्री और पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं।
तकनीकी खराबी के कारण करनी पड़ी आपातकालीन लैंडिंग
यह हेलिकॉप्टर सिरसी से केदारनाथ के लिए उड़ान भर रहा था, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते पायलट को मजबूरी में हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इस दौरान हेलिकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और पास में खड़े एक वाहन को भी टक्कर लगी, जिससे उसे भी नुकसान पहुंचा।
UCADA और DGCA ने लिया मामले का संज्ञान
घटना की सूचना मिलते ही उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) ने तुरंत मामले को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को रिपोर्ट किया। संबंधित अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हादसे के समय हेलिकॉप्टर तीर्थयात्रियों को लेकर केदारनाथ यात्रा पर था।
यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया, नहीं हुआ कोई बड़ा नुकसान
हेलिकॉप्टर की सफल इमरजेंसी लैंडिंग के तुरंत बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और यात्रियों की मदद की। स्वास्थ्य जांच के बाद सभी को दूसरी व्यवस्था से गंतव्य की ओर रवाना किया गया।
चारधाम यात्रा के दौरान यह चौथा हेलिकॉप्टर हादसा
चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत के बाद से यह चौथा हेलिकॉप्टर हादसा है। इससे पहले केदारनाथ हेलिपैड के पास भी एक इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी, जिसमें एम्स दिल्ली के दो डॉक्टर और पायलट सुरक्षित बचे थे। लगातार हो रहे इन हादसों को देखते हुए प्रशासन ने जांच और सुरक्षा मानकों को और कठोर करने के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन ने दिए गहन जांच के आदेश
हेलिकॉप्टर हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन सतर्क हो गया है। DGCA की तकनीकी टीम घटना स्थल की गहन जांच कर रही है। साथ ही, हेलिकॉप्टर सेवा प्रदाताओं को उड़ान पूर्व निरीक्षण और सुरक्षा प्रक्रिया को और सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं।