पटना : बिहार में एक बार फिर देश की प्रीमियम ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस शरारती तत्वों के निशाने पर आ गई है। सोमवार को दो अलग-अलग लोकेशन – रामपुरहाट-दुमका और भागलपुर-टेकानी सेक्शन – पर ट्रेन पर पथराव की घटनाएं सामने आई हैं। इन हमलों में ट्रेन के शीशे टूट गए हैं, हालांकि किसी यात्री के घायल होने की खबर नहीं है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने गहन जांच शुरू कर दी है और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
रामपुरहाट-दुमका सेक्शन में पहला पथराव, ट्रेन की खिड़की क्षतिग्रस्त
पहली घटना उस समय घटी जब हावड़ा से भागलपुर जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस रामपुरहाट और दुमका के बीच पिनरगड़िया के पास थी। अचानक कुछ शरारती तत्वों ने ट्रेन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इससे ट्रेन की एक खिड़की का शीशा बुरी तरह चकनाचूर हो गया। इस घटना की पुष्टि RPF इंस्पेक्टर अमित कुमार गिरी ने की और बताया कि घटना की जांच तेजी से जारी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ के आधार पर आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
दूसरा हमला भागलपुर-टेकानी के बीच, फिर टूटा शीशा
दूसरी घटना सोमवार दोपहर करीब 3:15 बजे की है, जब वंदेभारत एक्सप्रेस भागलपुर और टेकानी स्टेशन के बीच से गुजर रही थी। इसी दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने ट्रेन पर पथराव किया, जिससे एक और खिड़की का शीशा आंशिक रूप से टूट गया। इस मामले में भागलपुर RPF ने FIR दर्ज की है और अज्ञात व्यक्तियों की तलाश तेज कर दी गई है।
बार-बार हो रही घटनाएं, यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल
हालांकि इन दोनों घटनाओं में कोई यात्री घायल नहीं हुआ है, लेकिन बार-बार हो रही पत्थरबाजी की घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे प्रशासन की तत्परता पर सवाल उठा रही हैं। गौरतलब है कि वंदेभारत एक्सप्रेस देश की सबसे आधुनिक, तेज और आरामदायक ट्रेनों में से एक है। इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन इस पर होने वाले हमले यात्रियों के विश्वास को ठेस पहुंचा सकते हैं।
रेलवे का बड़ा एक्शन, सख्त चेतावनी और जागरूकता अभियान
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने स्पष्ट किया है कि पथराव एक गंभीर अपराध है, जो रेलवे अधिनियम के तहत दंडनीय है। ऐसे मामलों में दोषियों को जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है। RPF अब आसपास के गांवों में जागरूकता अभियान भी चला रही है, ताकि लोगों को समझाया जा सके कि ऐसी गतिविधियां न केवल कानून के खिलाफ हैं, बल्कि इससे किसी की जान भी जा सकती है।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हमले, नाबालिग पाए गए शामिल
इससे पहले भी बिहार सहित अन्य राज्यों में वंदेभारत ट्रेनों पर पथराव की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जांच में कई बार नाबालिगों की संलिप्तता भी सामने आई है। रेलवे लगातार इस बात पर जोर देता रहा है कि स्थानीय प्रशासन और आम जनता की भागीदारी से ही ऐसी घटनाओं पर रोक संभव है।