सेंट्रल डेस्क : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल अब समाप्त होने वाला है, ऐसे में पार्टी अब अपने नए अध्यक्ष की तलाश में है। दक्षिणी राज्यों जैसे तमिलनाडु और केरल में बीजेपी के चुनावी संघर्षों को देखते हुए, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में अगले अध्यक्ष की भविष्यवाणी करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हम यहां कुछ प्रमुख दावेदारों और उन कारकों को समझने की कोशिश करेंगे जो बीजेपी के अगले अध्यक्ष के चयन में प्रभावित कर सकते हैं।
प्रमुख कारक
- क्षेत्रीय कारक : इस बार क्षेत्रीय संतुलन बेहद महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि बीजेपी को अगले साल तमिलनाडु और केरल में दो महत्वपूर्ण चुनावी मुकाबलों का सामना करना है। क्या दक्षिण भारत से बीजेपी का अध्यक्ष चुना जा सकता है?
- लिंग : बीजेपी ने अब तक किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुना है। मोदी सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश किया है और दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री भी दिया है। क्या पार्टी इस बार महिला अध्यक्ष को मौका देगी?
- निष्ठा और संगठनात्मक अनुभव : ऐसा व्यक्ति जो पार्टी के ढांचे को समझता हो, चुनावी मैदान में अपनी क्षमता साबित कर चुका हो और प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विश्वास प्राप्त हो।
- आरएसएस का समर्थन : बीजेपी के वैचारिक मत आरएसएस का समर्थन भी अध्यक्ष के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में बीजेपी की जीत में आरएसएस की भूमिका के बाद, यह समर्थन अहम होगा।
संभावित दावेदार
- जी किशन रेड्डी : दक्षिण भारत से अगर अध्यक्ष चुना जाता है तो रेड्डी एक प्रमुख दावेदार हैं। वह तेलंगाना से सांसद और राज्य बीजेपी अध्यक्ष हैं। रेड्डी के पास पार्टी में 45 वर्षों का अनुभव है और पीएम मोदी से उनका पुराना संबंध भी है। दक्षिण में बीजेपी की संभावनाओं को देखते हुए रेड्डी का नाम सामने आ सकता है।
- धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव : ये दोनों मंत्री बीजेपी के रणनीतिकारों के रूप में जाने जाते हैं और प्रधानमंत्री मोदी तथा अमित शाह के करीबी हैं। प्रधान ओडिशा (उड़ीसा) से हैं और यादव राजस्थान से। दोनों ने महत्वपूर्ण राज्यों में बीजेपी की जीत में अहम भूमिका निभाई है और दोनों की उम्र भी 55 वर्ष है, जो उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है।
- महिला दावेदार : यदि इस बार महिला अध्यक्ष चुनी जाएगी, तो कुछ नाम चर्चा में हैं। तमिलनाडु से विनाथी श्रीनिवासन, जो बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं और कोयंबटूर दक्षिण से विधायक हैं, एक संभावना इनके नाम की भी हैं।
डी पुरंदेश्वरी, जो आंध्र प्रदेश से लोकसभा सांसद हैं और बीजेपी की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, एक और महिला दावेदार हो सकती हैं। - मनोहर लाल खट्टर और शिवराज सिंह चौहान : दोनों नेताओं के पास आरएसएस का समर्थन है। खट्टर 70 वर्ष के हैं, जबकि चौहान की उम्र 66 वर्ष है। खट्टर को प्रधानमंत्री मोदी का करीबी सहयोगी माना जाता है, जबकि चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और अच्छे प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं। इन दोनों नेताओं का नाम भी चर्चा में है।
इन संभावित दावेदारों के अलावा, बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में एक बड़ा आश्चर्य भी हो सकता है। यह निर्णय मार्च या अप्रैल में कभी भी लिया जा सकता है और बीजेपी के अगले अध्यक्ष का चयन पार्टी की रणनीतियों और चुनावी जरूरतों के हिसाब से किया जाएगा।