जमशेदपुर: Workers College Jamshedpur का प्रशासनिक भवन जर्जर हाे गया है और यह कभी भी धराशायी हो सकता है। लेकिन इसके बाद भी विद्यार्थी इस खतरे के बीच बैठक कर पढ़ने काे मजबूर है। स्थिति ऐसी है कि काॅलेज के इस मुख्य भवन काे काेई न काेई हिस्सा टूट कर गिर रहा है। अच्छी बात यह है कि अभी तक छात्र व शिक्षक बाल बाल बचते आ रहे हैं। शनिवार काे भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने काे मिली।
महाविद्यालय की पहली मंजिल पर स्थित क्लासरूम संख्या 37 की छत का छः फ़ीट हिस्सा तेज आवाज के साथ पांच बेंच और फर्श पर गिर पड़ा। जिस समय घटना हुई उस समय क्लास में काफी विद्यार्थी बैठे हुए थे। वे सभी बाल- बाल बचे। अभी दो दिन पूर्व ही यहां इंटर की परीक्षाएं समाप्त हुई हैं तब उक्त कक्ष में सैकड़ों परीक्षार्थी बैठ कर परीक्षा दे रहे थे। उस दौरान यह छत गिरती तो भयंकर हादसा हो सकता था।
इस महाविद्यालय में हजारों विद्यार्थी अध्यनरत हैं। साथ ही एक सौ से अधिक शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मी कार्यरत हैं। सभी में इस प्रकार की हो रही घटनाओं से भय का माहौल व्याप्त हो गया है।
Workers College Jamshedpur : पिछले साल तीन बार छज्जा टूट कर गिर चुका है
यह भवन किस तरह जर्जर हाे चुका है इसका इंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष तीन बाद इसके अलग अलग हिस्से का छज्जा टूट कर गिर गया। जिसकी वजह दाे छात्राें काे हल्की छाेटें भी आयीं। हालांकि अभी तक काेई गंभीर हादसा नहीं हुआ है। लेकिन स्थिति ऐसे ही रही ताे किसी न किसी दिन बड़ी दुर्घटना हाे सकती है।
केयू व उच्च शिक्षा विभाग नहीं ले रहा संज्ञान:
वर्कर्स काॅलेज के प्रशासनिक भवन के जर्जर हाेने की सूचना काॅलेज प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय से लेकर उच्च शिक्षा विभाग तक काे दे दी गयी है। लेकिन काेई भी काॅलेज के जर्जर अवस्था पर ध्यान नहीं दे रहा। जिसकी वजह से दिन प्रतिदिन स्थिति गंभीर हाेती जा रही है और छात्र व शिक्षक डर के माहाैल में पठन- पाठन कार्य करने काे मजबूर है।
Workers College Jamshedpur जर्जर भवन की वजह से नैक के लिए अप्लाई नहीं कर रहा काॅलेज:
इस काॅलेज का भवन इस हद तक जर्जर हाे गया है कि काॅलेज प्रशासन इसकी डर से नैक एक्रिडिएशन के लिए अप्लाई नहीं कर रहा है। जबकि काॅलेज के नैक की अवधि पूरी हाे चुकी है। काॅलेज के प्रिंसिपल डाॅ एसपी महालिक ने कहा कि अभी जाे आधारभूत संरचना उनके पास है।
अगर इसके आधार पर हम नैक में गए ताे उसका रिजल्ट बहुत खराब हाेगा। क्याेंकि नैक मूल्यांकन में आधारभूत संरचना पर विशेष फाेकस हाेता है। अभी काॅलेज काे बी ग्रेड है लेकिन वर्तमान में अगर मूल्यांकन हाे गया ताे ग्रेड घट जाए। ऐसे में हम चाहते हैं कि पहले आधारभूत संरचना बेहतर हाे जाए इसके बाद नैक कराया जाए। उन्हाेंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग से नए प्रशासनिक भवन की मांग हमने की है। लेकिन अभी तक विभाग ने काेई निर्णय नहीं लिया है।
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