

- 189 भावी प्रबंधकों को मिली डिग्री, शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए चार छात्रों को स्वर्ण पदक
जमशेदपुर : देश के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थानों में शुमार एक्सएलआरआई-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में शनिवार को ब्लेंडेड पीजीडीएम प्रोग्राम के दूसरे दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर कुल 189 छात्रों को डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक अश्विनी कुमार तिवारी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एक्सएलआरआई के निदेशक डॉ. (फादर) सेबेस्टियन जॉर्ज एस.जे. ने की। इस अवसर पर डीन एकेडमिक्स डॉ. संजय पात्रो, डीन एडमिनिस्ट्रेशन एंड फाइनेंस डॉ. (फादर) डोनाल्ड डी’सिल्वा, एसोसिएट डीन एक्सओएल प्रोग्राम्स डॉ. आर. गिरिधर तथा अन्य प्रोफेसर उपस्थित थे।

इस बार चार अलग-अलग पाठ्यक्रमों से स्नातक हुए छात्रों में सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. इसमें फाइनांस के 24, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के 36, बिजनेस मैनेजमेंट के 82 जबकि इमर्जिंग सीएचआरओ के कुल 47 के विद्यार्थी शामिल थे। इनमें चार छात्रों सोनल अरोड़ा (इमर्जिंग सीएचआरओ), सौम्या सिबानी साहू (बीएम), श्रुति मित्रा (एचआरएम) और साई सुप्रिया भुपथिराजू (फाइनेंस) को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि ने छात्रों को प्रासंगिकता, योगदान और चरित्र को सफलता की कुंजी बताते हुए समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों का स्मरण कराया। वहीं, उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने बड़ी चुनौती है। दुनिया अब नया आकार ले रही है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस दौर में इंडस्ट्रियल सेक्टर के साथ ही हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है।

क्लाइमेट चेंज मौसम असंतुलन को बढ़ा रहा है। इस परिस्थिति में सभी को अपनी भूमिका बेहतर तरीके से निभाने का आह्वान किया। एक्सएलआरआई के निदेशक डॉ. सेबेस्टियन जॉर्ज ने मार्कस ऑरेलियस की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए नेतृत्व के चार प्रमुख गुण ज्ञान, धैर्य, न्याय और संयम को अपनाने की प्रेरणा दी। वहीं, डॉ. संजय पात्रो ने सभी स्नातकों को एक्सएलआरआई के वैश्विक पूर्व छात्र नेटवर्क में स्वागत किया और बदलते दौर की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। डॉ. (फादर) डोनाल्ड डी’सिल्वा ने संस्थान की 75 वर्ष की गौरवशाली परंपरा को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों से सत्यनिष्ठा और मानवीय मूल्यों के साथ नेतृत्व करने का आह्वान किया।
