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इंदौर के अनाथ आश्रम में 3 बच्चों की मौत से हड़कंप, 12 बीमार

by Rakesh Pandey
Yugpurush Dham Ashram
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मध्यप्रदेश :  Yugpurush Dham Ashram: मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में आश्रम जिसका नाम है युगपुरूष धाम आश्रम। यह आश्रम पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। यहां रह रहे 200 बच्चों में से 2 दिन के अंदर तीन बच्चों की मौत हो गई। वहीं 12 बच्चे बीमार होने के बाद अस्पतालों में इलाजरत है। बताया जाता है कि 12 बच्चों की सोमवार को अचानक तबीयत खराब हो गई। करण और आकाश नाम के दो बच्चों की जान चली गई।

Yugpurush Dham Ashram: कुछ माह पहले ही लाया गया था आकाश

आकाश नाम के जिस बच्चे की मौत हुई है वह नर्मदापुरी का रहने वाला था। उससे कुछ माह पहले ही इंदौर के मल्हारगंज स्थित युगपुरूष धाम आश्रम लाया गया था। दूसरा मृतक करण सोनकच्छ का रहने वाला था। इसके एक दिन पूर्व रविवार को भी एक बच्चे की मौत हो गई थी।

Yugpurush Dham Ashram: कलेक्टर ने दिये जांच के आदेश

आश्रम में बच्चों की मौत और बीमार पड़ने की घटना सामने आने पर जिला प्रशासन सर्तक हो गया है। जिन तीन बच्चों की मौत हुई उनमें से एक की सोमवार की रात मौत हुई थी। दो बच्चों ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। अन्य सभी बीमार बच्चों को चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दिये हैं। वे खुद भी बच्चों का हाल-चाल लेने चाचा नेहरू अस्पताल गये।

Yugpurush Dham Ashram: चिकित्सकों की टीम पहुंची आश्रम

फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट और चिकित्सकों की टीम को जिला प्रशासन के आदेश पर जांच के लिए आश्रम भेजा गया है। एडीएम राजेन्द्र रघुवंशी के अनुसार आश्रम में खाद्य सामग्री की जांच कराई जा रही हैं। वहीं अन्य बच्चों के स्वास्थ का भी परीक्षण कराया जा रहा हैं। एडीएम ने कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

Yugpurush Dham Ashram: आश्रम में सभी बच्चे दिव्यांग

इंदौर के पंचकुइया इलाके में स्थित इस आश्रम में मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को रखा जाता हैं। वर्तमान में यहां 200 से अधिक बच्चे रह रहे है। इनमें 100 से अधिक बालक है जबकि शेष बालिकाएं। इस आश्रम की शुरूआत वर्ष 2006 में हुई थी। स्वामी परमानंद गिरि के सानिध्य में संचालित आश्रम के सभी बच्चों के पिता का नाम आश्रम के सचिव तुलसी शादीजा और मां का नाम प्रार्चाय अनीता के नाम पर हैं। वहीं सबके उपनाम स्वामी जी के नाम पर परमानंद ही रखा गया है।

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