पीलीभीत/चित्रकूट : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और चित्रकूट जिलों में शुक्रवार सुबह दो अलग-अलग सड़क हादसों में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ये घटनाएं उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती हैं। पुलिस ने दोनों हादसों के बारे में जानकारी दी और घटनाओं में मारे गए और घायल हुए लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।
पहला हादसा – पीलीभीत के नेउरिया थाना क्षेत्र में
पहला हादसा पीलीभीत जिले के नेउरिया थाना क्षेत्र में हुआ, जहां एक मारुति अर्टिगा कार अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई। कार में कुल 11 लोग सवार थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) पीलीभीत, अविनाश कुमार पांडे ने बताया कि उत्तराखंड के खटीमा से कुछ लोग पीलीभीत एक शादी में शामिल होने आए थे और वे वापस अपने घर लौट रहे थे। कार चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा, जिससे यह हादसा हुआ। घटना में कार में सवार पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें से तीन को अस्पताल लाते समय मृत घोषित किया गया, जबकि दो ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
घायलों में से चार लोगों को गंभीर हालत में बड़े अस्पताल भेजा गया है, जबकि दो को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। पुलिस ने घटना के बाद सभी घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का दावा किया है।
दूसरा हादसा – चित्रकूट में बोलेरो और ट्रक की टक्कर
दूसरी घटना चित्रकूट जिले में रायपुरा थाना क्षेत्र में हुई। यहां एक महिंद्रा बोलेरो और एक ट्रक की जोरदार टक्कर हो गई, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना सुबह करीब 5:30 बजे के आसपास हुई, जब बोलेरो प्रयागराज से आ रही थी और ट्रक रायपुरा से प्रयागराज जा रहा था। अचानक दोनों वाहन एक-दूसरे से टकरा गए।
चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बोलेरो में कुल 11 लोग सवार थे, जिनमें से 5 की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बाकी 6 घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया, जबकि गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
सिंह ने बताया कि दोनों वाहनों के ड्राइवरों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है।
दोनों हादसों में घायल लोगों को इलाज की सुविधा
दोनों हादसों में घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि सभी घायलों को उचित उपचार मिल रहा है। पीलीभीत और चित्रकूट दोनों घटनाओं में मृतकों के परिवारों को सांत्वना देने के साथ-साथ पुलिस ने कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। दोनों घटनाओं की विस्तृत जांच की जा रही है, और संबंधित अधिकारियों ने हादसों के कारणों का पता लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की है।
सड़क सुरक्षा की गंभीर चुनौती
इन दो सड़क हादसों ने उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में सड़क दुर्घटनाएं अक्सर बड़ी संख्या में मौतों का कारण बनती हैं। जबकि राज्य सरकार ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं, इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सड़क सुरक्षा की दिशा में अभी भी बहुत कुछ सुधार की आवश्यकता है आखिरकार, पीलीभीत और चित्रकूट के हादसों ने यह साबित किया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त नियमों और जागरूकता अभियानों की जरूरत है, ताकि ऐसे हादसे कम से कम हो सकें।
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