बिजनेस डेस्क : क्रू मेंबर्स के उपलब्ध न होने के अलावा कई अन्य कारणों से की अलग-अलग फ्लाइट में हो रही देरी को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कंपनी को एक आदेश दिया है। इसके तहत अब एयरलाइन कंपनी को रद्द और लेट होने वाली उड़ानों को लेकर डीजीसीए को रोज विस्तार से जानकारी देनी होगी।
दैनिक रूप से जानकारी देनी होगी (Vistara)
विमानन निगरानी संस्था डीजीसीए ने विस्तारा को उड़ान रद्द होने के साथ-साथ देरी पर दैनिक रूप से जानकारी देने को कहा है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो, यह सुनिश्चित करने के लिए वह विस्तारा की उड़ान रद्द करने के मामलों पर करीबी नजर रख रही है। एयरलाइन द्वारा पायलटों की कमी के कारण हाल ही में बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करने के मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
DGCA ने अपने आदेश में क्या कहा ?
DGCA ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि विस्तारा की विभिन्न उड़ान बाधाओं के मद्देनजर उसने एयरलाइन को रद्द की जा रही और विलंबित उड़ानों की दैनिक जानकारी और विवरण देने को कहा है। DGCA के अधिकारी उड़ान रद्द होने और देरी की स्थिति में यात्रियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए जरूरी आवश्यकताओं का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
ऐसा यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए किया गया है।
सोमवार को 50 उड़ानें रद्द की
बता दें कि एयरलाइन ने सोमवार को पायलट की कमी के कारण करीब 50 उड़ानें रद्द कर दीं और कई उड़ानें विलंबित हुईं। विस्तारा ने चालक दल की समस्या के बीच अस्थायी रूप से उड़ानों में कटौती करने का फैसला किया है। दरअसल विस्तारा की एअर इंडिया के साथ विलय की प्रक्रिया चल रही है।
आगे भी बनी रह सकती है दिक्कत
टाटा ग्रुप की ओर से संचालित विस्तारा एयरलाइंस की पिछले एक हफ्ते में करीब 100 फ्लाइट या तो रद्द हुईं या देरी से उड़ी हैं। विस्तारा का कहना है कि पायलट और कैबिन क्रू की कमी के चलते ये संकट है। स्थिति यही रही, तो आने वाले मंगलवार और बुधवार को भी करीब 80 फ्लाइट कैंसिल या देरी से उड़ान भर सकती हैं।
फिलहाल, एविएशन मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लेते हुए विस्तारा से विस्तृत जवाब मांगा है। फ्लाइट्स के लगातार रद्द होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि एयरलाइन कैरियर को पिछले कुछ समय के दौरान चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।