रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ को जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपनी बेटी के बॉयफ्रेंड को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी। दिल्ली पुलिस और रांची पुलिस के संयुक्त प्रयास से यह गिरफ्तारी हुई है।
कैसे हुआ मामला उजागर?
पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी मिनाजुल, जो कांके थाना क्षेत्र का निवासी है, ने अपनी बेटी के बॉयफ्रेंड मोईज को फंसाने के लिए यह चाल चली। उसने एक सिम कार्ड अलॉट करवाकर उसी के नाम से संजय सेठ को धमकी भरे संदेश भेजे। धमकी में 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी और ‘लाल सलाम’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया था।
गिरफ्तारी का विवरण
दिल्ली पुलिस को जब धमकी भरे संदेशों की सूचना मिली, तो उन्होंने रांची पुलिस के साथ मिलकर मामले की जांच शुरू की। साइबर ट्रेसिंग और अन्य तकनीकी जांच के जरिए यह सामने आया कि सिम कार्ड मिनाजुल के पास था। इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया और पूछताछ के दौरान उसने अपनी साजिश कबूल कर ली।
धमकी का मकसद और साजिश
जांच में खुलासा हुआ कि मिनाजुल ने अपनी बेटी और उसके बॉयफ्रेंड के रिश्ते से असंतुष्ट होकर इस योजना को अंजाम दिया। उसने मोईज को फंसाने के लिए जानबूझकर सांसद को धमकी दी और रंगदारी मांगी। पुलिस का मानना है कि इस साजिश के पीछे उसकी मंशा मोईज को कानूनी मुसीबत में डालने की थी।
संजय सेठ को मिले धमकी भरे संदेश
धमकी भरे संदेश में संजय सेठ को जान से मारने की धमकी दी गई थी और साथ ही 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी। संदेश भेजने वाले ने खुद को किसी बड़े संगठन से जोड़ने का प्रयास करते हुए ‘लाल सलाम’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।
पुलिस की सक्रियता से सुलझा मामला
दिल्ली और रांची पुलिस की टीम ने मिलकर इस मामले को तेजी से सुलझाया। तकनीकी जांच, फोन ट्रैकिंग और साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया। इस मामले से यह साबित हुआ कि पुलिस की तत्परता और सहयोगी जांच से गंभीर अपराधों को जल्दी सुलझाया जा सकता है।
आगे की कार्रवाई
मिनाजुल के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस साजिश में कोई और व्यक्ति शामिल था या यह अकेले मिनाजुल की साजिश थी।
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