रांची : झारखंड राज्य में जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा के परिणाम को रद्द करने की मांग को लेकर 15 दिसंबर को रांची में एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। अनुमान के मुताबिक, इस प्रदर्शन में लगभग पांच हजार अभ्यर्थी जुटेंगे। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य परीक्षा परिणामों को रद्द कर न्याय की मांग करना है। इस आंदोलन में विभिन्न छात्र संगठनों के अलावा प्रमुख राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त है।
जेएसएससी ऑफिस के सामने अभ्यर्थी करेंगे प्रदर्शन
15 दिसंबर को रांची के नामकुम स्थित जेएसएससी कार्यालय के सामने होने वाला यह विरोध प्रदर्शन स्पेशल ब्रांच के अलर्ट के बाद प्रशासन की निगरानी में रहेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से अभ्यर्थी रेल और सड़क मार्ग से रांची पहुंचने लगेंगे। वे 14 दिसंबर की शाम से ही रांची के विभिन्न होटलों, लॉज और धर्मशालाओं में रात बिताएंगे और 15 दिसंबर की सुबह से प्रदर्शन स्थल पर जुटना शुरू कर देंगे।
कौन करेगा प्रदर्शन का नेतृत्व?
इस प्रदर्शन का नेतृत्व कई छात्र नेताओं और कोचिंग संचालकों द्वारा किया जाएगा। इनमें जेएलकेएम के वरीय उपाध्यक्ष देवेन्द्रनाथ महतो, छात्र नेता मनोज यादव, कुणाल प्रताप सिंह, प्रकाश कुमार, विनय सिंह, स्मृति सिंह, आदर्श कुमार, रोहित कुमार और अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। ये नेता विभिन्न जिलों से आकर प्रदर्शन में भाग लेंगे, जिनमें हजारीबाग, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, पलामू, गिरिडीह, रांची, साहिबगंज, दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, गढ़वा, गुमला और चतरा जैसे जिले प्रमुख हैं।
राजनीतिक दलों का समर्थन
यह विरोध प्रदर्शन विपक्षी दलों, जैसे कि जेएलकेएम और भाजपा, के समर्थन से और भी अधिक प्रभावशाली बनने की संभावना है। इनके अलावा, आजसू पार्टी भी इस आंदोलन में अभ्यर्थियों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है।
बता दें कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा के परिणाम को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह आंदोलन रांची में एक बड़े जन आंदोलन का रूप लेने जा रहा है। प्रशासन और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में भी वृद्धि कर दी गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोका जा सके।