रांची : झारखंड के श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि विभाग का उद्देश्य उद्योगों की मांग के अनुरूप रोजगार और कार्यबल का सृजन करना है। मंत्री ने शुक्रवार को रांची के एक होटल में आयोजित ‘स्किल स्टेकहोल्डर्स कनेक्ट 2024’ कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर यह बयान दिया। उन्होंने यह भी बताया कि श्रम विभाग प्रशिक्षण कार्यक्रमों में समय की जरूरत के अनुसार नए जॉब रोल शामिल करेगा, ताकि झारखंड के युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में पीछे न रहें।
कौशल विकास में नई पहल: विदेशी भाषा प्रशिक्षण भी होगा शामिल
श्रम मंत्री ने कहा कि कौशल विकास के तहत विभाग जल्द ही विदेशी भाषा प्रशिक्षण जैसी नई कार्यशक्तियों को जोड़ने की योजना बना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कम जनसंख्या वाले देशों में बेहतर वेतन और रोजगार की काफी संभावनाएं हैं, और राज्य सरकार का प्रयास है कि युवाओं को बेहतर रोजगार अवसर मिलें।
झारखंड सरकार का कौशल विकास ढांचा
मंत्री ने आगे कहा कि झारखंड सरकार का श्रम विभाग कौशल विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण ढांचे के रूप में कार्य कर रहा है। राज्य में कौशल विकास की चुनौतियों का समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है और इसके लिए सभी हितधारकों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है।
कौशल विकास मिशन: 5.25 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण
इस कार्यक्रम में श्रम सचिव मुकेश कुमार और झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के मिशन निदेशक शैलेन्द्र कुमार लाल ने भी संबोधित किया। झारखंड कौशल विकास मिशन ने अब तक 5.25 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 4.5 लाख युवाओं को प्रमाणित किया गया और 2.25 लाख को रोजगार मिला है। इसके साथ ही, राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर प्रवासन सहायता के लिए सात राज्यों में आठ प्रवासन सहायता केंद्र भी खोले गए हैं।


