नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अस्थियां रविवार को दिल्ली के मजनू का टीला स्थित गुरुद्वारे में लाई गईं, जहां धार्मिक क्रियाओं के बाद उन्हें यमुना में विसर्जित किया गया। इस अवसर पर शब्द कीर्तन, पाठ और अरदास की गई और पूर्व प्रधानमंत्री के परिवारजनों ने पूरी विधि-विधान के साथ उनकी अस्थियां यमुना में प्रवाहित कीं। कांग्रेस पार्टी ने इस अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अस्थि विसर्जन का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें पार्टी ने लिखा, “आज भारत मां के सपूत और देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी की अस्थियां पूरे विधि-विधान के साथ मजनू का टीला स्थित गुरुद्वारे के पास यमुना घाट पर विसर्जित की गईं। हम सभी मनमोहन सिंह जी की देश सेवा, समर्पण और उनकी सहजता को हमेशा याद रखेंगे। सादर नमन।”
बीजेपी ने कांग्रेस पर किया हमला
हालांकि, बीजेपी ने इस अवसर पर कांग्रेस की उपस्थिति पर सवाल उठाए। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन के दौरान कांग्रेस का कोई नेता मौजूद नहीं था। उन्होंने आजतक से बातचीत करते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह जी की पवित्र अस्थियों के विसर्जन के समय गांधी परिवार और कांग्रेस नेताओं की अनुपस्थिति देखकर बहुत निराशा हुई। एक नेता जिसने सम्मान के साथ देश की सेवा की, वह अपनी पार्टी से कहीं बेहतर सम्मान का हकदार था। यह कांग्रेस और गांधी परिवार की प्राथमिकताओं के बारे में बहुत कुछ बताता है।” सिरसा ने इस घटना को कांग्रेस की संजीदगी पर सवाल उठाने के रूप में पेश किया।
मनमोहन सिंह का निधन और शोक
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को हुआ, वह 92 वर्ष के थे। उन्होंने दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर देशभर में शोक की लहर दौड़ गई और भारत सरकार ने सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया। उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया गया था।
कांग्रेस का आरोप – बीजेपी ने मनमोहन सिंह का अपमान किया
कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार और बीजेपी ने मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया। कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा किए गए पत्राचार के बावजूद, बीजेपी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक के लिए दिल्ली में जमीन आवंटित नहीं की। कांग्रेस ने यह भी मांग की थी कि उनका अंतिम संस्कार उसी स्थान पर किया जाए, जहां उनके स्मारक के लिए जमीन उपलब्ध हो।
बीजेपी का पलटवार – राजनीति का आरोप
इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर “राजनीतिकरण” का आरोप लगाया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति सम्मान नहीं दिखाया, जबकि वे प्रधानमंत्री पद पर थे। नड्डा ने कहा, “कांग्रेस और डॉ. सिंह के परिवार को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित किया गया था कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी में उनके स्मारक के निर्माण के लिए कदम उठाएगी, लेकिन कांग्रेस और उनके परिवार से अनुरोध किया गया था कि वे अंतिम संस्कार की प्रक्रियाएं निर्धारित समय में पूरी करें।”
स्मारक के लिए जमीन आवंटन की जानकारी
जेपी नड्डा ने यह भी बताया कि डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित कर दी गई है, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह जगह कहां दी गई है। नड्डा ने कांग्रेस के नेताओं, जैसे राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी आरोप लगाया कि वे मनमोहन सिंह के निधन पर भी राजनीति कर रहे हैं। नड्डा ने कहा, “कांग्रेस ने उन्हें जीवित रहते हुए कभी सम्मान नहीं दिया और अब उनके सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है।” इस घटनाक्रम ने देश की राजनीति में एक नया मोड़ लिया है, जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच मनमोहन सिंह के सम्मान को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।