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GOVERNMENT PROTECTION: अफीम की खेती को मिल रहा सरकार का संरक्षण, जानें ऐसा क्यों कहा बीजेपी प्रवक्ता ने

रमाकांत महतो ने आरोप लगाया कि राज्य का पुलिस महकमा और सरकारी तंत्र इस अवैध कारोबार में पूरी तरह से संलिप्त हैं।

by Anurag Ranjan
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रांची : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने बुधवार को राज्य में अफीम की खेती को लेकर हेमन्त सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इसे सरकार द्वारा संपोषित और संरक्षित गिरोह का संगठित अपराध बताया। उन्होंने कहा कि विगत पांच वर्षों से राज्य और जिले के सीमावर्ती इलाकों में सरकार की मिलीभगत से अफीम की खेती करवाई जा रही है। इसके तहत लाखों एकड़ जमीन पर अफीम उगाई जाती है और इसके माध्यम से उगाही का पैसा सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचता है।

पुलिस महकमा भी संलिप्त

रमाकांत महतो ने आरोप लगाया कि राज्य का पुलिस महकमा और सरकारी तंत्र इस अवैध कारोबार में पूरी तरह से संलिप्त हैं। उन्होंने कहा कि जब लाखों एकड़ में अफीम की फसलें लहलहाती हैं, तो सरकार के खुफिया विभाग का क्या काम होता है? जब चीरा लगाकर अफीम बाहर अन्य राज्यों में भेजी जाती है, तब सरकार की नींद खुलती है। अफीम की फसल को बुलडोजर और ट्रैक्टर से रौंदने का खेल चलता है, जो केवल एक आईवॉश है।

नहीं हुई कोई कार्रवाई

उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस महकमे के इशारे पर ग्रामीण क्षेत्रों में गिरोह बनाकर भोले-भाले किसानों को अफीम की खेती के लिए दिग्भ्रमित किया जाता है और हर डिसमिल जमीन के हिसाब से पैसा उगाही की जाती है। उन्होंने सवाल किया कि अगर यह खेती सरकार द्वारा संपोषित नहीं है, तो अब तक सरकार ने इस पर ठोस कदम क्यों नहीं उठाए हैं? उन्होंने यह भी पूछा कि पांच सालों में अफीम की खेती करने वालों और उसे संरक्षण देने वालों पर क्या कार्रवाई की गई है।

इसके अलावा रमाकांत महतो ने हेमन्त सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि सरकार तंबाकू, गुटखा आदि पर तो प्रतिबंध लगाने का काम करती है, लेकिन राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में अफीम की खेती पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार झारखंड को नशे के क्षेत्र में पंजाब बनाना चाहती है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस मामले में तुरंत ठोस कदम उठाए जाएं और अफीम की खेती और उससे जुड़े गिरोह पर कठोर कार्रवाई की जाए।

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