जमशेदपुर : आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्किल्ड लेबर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए श्रम विभाग ने एक अहम कदम उठाया है। इसके तहत श्रम विभाग ने विभिन्न उद्यमी संगठनों और प्रशिक्षण संस्थानों के साथ एमओयू किया है।
उद्योगों को मिलेगी जरूरत के अनुसार स्किल्ड वर्कफोर्स
इस समझौते के तहत, उद्यमी संगठन अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप कुशल श्रमिकों की मांग श्रम विभाग को देंगे। इसके बाद श्रम विभाग विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के जरिए इन श्रमिकों को प्रशिक्षण देगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ये श्रमिक उद्योगों में काम करेंगे और बॉन्ड सिस्टम के तहत कम से कम दो साल तक वहीं कार्यरत रहेंगे।
प्रशासन और जियाडा उठाएंगे ट्रेनिंग का खर्च
छात्रों के स्किल डेवलपमेंट में आने वाले खर्च को जियाडा और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से वहन करेंगे। एमओयू साइनिंग के दौरान कई प्रशासनिक और औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे, जिनमें डीसी रवि शंकर शुक्ला, श्रम अधीक्षक अविनाश कुमार, जियाडा के क्षेत्रीय उपनिदेशक दिनेश रंजन , एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल और कई अन्य महत्वपूर्ण लोग शामिल थे।
उद्योगों और श्रमिकों दोनों को होगा फायदा
इस पहल से उद्योगों को उनकी जरूरत के मुताबिक प्रशिक्षित श्रमिक मिलेंगे, जिससे उनकी उत्पादकता बढ़ेगी। वहीं, स्किल्ड वर्कफोर्स को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। इससे आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इंडस्ट्रियल ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय श्रमिकों को अपने ही क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। यह कदम वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे उद्योग और श्रमिक दोनों को लाभ होगा।
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