पलामू (झारखंड) : मेदिनीनगर-औरंगाबाद नेशनल हाईवे-98 अब ‘डेथ हाइवे’ बनता जा रहा है। आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाएं, खासकर बाइक सवारों के लिए, जानलेवा साबित हो रही हैं। शुक्रवार को छतरपुर थाना क्षेत्र में 8 घंटे के भीतर दो युवकों की मौत और एक के गंभीर रूप से घायल होने की घटना ने इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
पहला हादसा : कोचिंग संचालक अंकुश की गई जान
पहली घटना शुक्रवार की दोपहर हुई, जिसमें अंकुश नामक युवक, जो एक कोचिंग सेंटर चलाता था। उसकी सड़क हादसे में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, वह डाली गांव में नया कोचिंग सेंटर खोलने के लिए साइट देखने गया था और लौटते समय हादसे का शिकार हो गया।
दूसरा हादसा : रात में ट्रेलर की चपेट में आए दो युवक
दूसरी दुर्घटना डाली मोड़ एनएच पर देर रात घटी, जब एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक पर सवार दो में से एक युवक विनय साव (24 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। वह कठौतिया गांव, पड़वा थाना क्षेत्र का निवासी था। विनय के साथ बाइक पर बैठा उसका दोस्त पंकज मेहता, जो सिक्का पालहे, पाटन थाना क्षेत्र का निवासी है, गंभीर रूप से घायल हो गया।
राहगीर ने घायल को पहुंचाया अस्पताल
घटना के समय वहां से गुजर रहे एक कार सवार राहगीर ने मानवता दिखाते हुए घायल पंकज मेहता को तुरंत अपनी गाड़ी से छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। वहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए एमआरएमसीएच मेदिनीनगर रेफर किया गया।
ट्रेलर छोड़कर भागे चालक और खलासी
टक्कर मारने के बाद ट्रेलर चालक और खलासी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने ट्रक के पहिए के नीचे दबे शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिवार में मातम, प्रशासन से मदद की गुहार
विनय और अंकुश की मौत से दो परिवारों में मातम छा गया है। परिजन बेसुध हालत में अस्पताल और घरों में चीत्कार कर रहे हैं। स्थानीय लोग और परिजन प्रशासन से मुआवजा और सड़क सुरक्षा के कड़े उपायों की मांग कर रहे हैं।
कब सुधरेगी NH-98 की हालत?
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह पहली बार नहीं है जब NH-98 पर जान गई हो। सड़क की खराब स्थिति, ट्रकों की बेलगाम रफ्तार और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह हाईवे मौत का मार्ग बनता जा रहा है।