RANCHI (JHARKHAND): राजधानी के ब्रांबे एरिया में जर्जर मकानों में रहने वाले परिवारों के लिए राहत की उम्मीद जागी है। रांची नगर निगम ने 200 से अधिक ऐसे परिवारों की पहचान कर ली है जिन्हें नया आशियाना बनाकर दिया जाएगा। जहां पर उन्हें सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। फिलहाल वहां रहने वाले लोगों को वैकल्पिक आवास मुहैया कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिससे कि जर्जर भवन में उन्हें रहना न पड़े।
कुछ दिन पहले लगाया था नोटिस
बरसात और भवनों की खस्ता हालत को देखते हुए जिला प्रशासन और नगर निगम ने संयुक्त रूप से यह निर्णय लिया है ताकि किसी भी संभावित हादसे को रोका जा सके। कुछ दिन पहले ही नगर निगम ने ब्रांबे के कई जर्जर मकानों पर नोटिस चिपका कर भवन खाली करने का निर्देश दिया था। इन भवनों की हालत इतनी खराब है कि किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
निगम की टीम है अलर्ट पर
वहां लोगों ने अपने वर्षों पुराने ठिकाने छोड़ने पर चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि यहां से उनकी आजीविका, परिवार और सामाजिक जीवन जुड़ा है, इसलिए वे जल्दबाजी में हटने को तैयार नहीं हैं। इसे देखते हुए निगम ने फिलहाल निगरानी टीमों को क्षेत्र में तैनात कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। वहीं नगर निगम के जनसंपर्क पदाधिकारी गौतम कुमार साहू ने जानकारी दी कि ब्रांबे के प्रभावित परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। जब तक नए मकान नहीं बनते, तब तक सुरक्षित स्थान पर इन परिवारों को अस्थायी रूप से शिफ्ट करने की योजना तैयार है।
ये होगा नए भवन में इंतजाम
प्रशासन की योजना के अनुसार स्थायी मकानों में पेयजल, सीवरेज और ड्रेनेज जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी ताकि लोगों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिल सके। निगम का दावा है कि जल्द ही निर्माण का खाका तैयार कर कार्य शुरू किया जाएगा, हालांकि निर्माण की तारीख और अवधि स्पष्ट नहीं है। वहीं बॉम्बे भवन में रहने वाले लोगों में इस फैसले को लेकर कुछ लोगों में खुशी है तो कुछ नाराज हो गए हैं। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि परिवारों को जबरन नहीं हटाया जाएगा और पूरी प्रक्रिया सहमति से की जाएगी।