रांची : इस वर्ष रक्षाबंधन पर बहनों के लिए विशेष संयोग बन रहा है। 9 अगस्त को सावन पूर्णिमा के दिन श्रवण नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, आयुष्मान योग और सौभाग्य योग का महासंयोग रहेगा। इस दिन बहनें सूर्योदय से लेकर पूरे दिन भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकेंगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह शुभ योग कई वर्षों बाद बन रहा है, जो भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत करने वाला है।
क्यों खास है यह तिथि
रक्षाबंधन का पर्व हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार पूर्णिमा की तिथि दो दिनों में पड़ रही है। 8 अगस्त को व्रत की पूर्णिमा, जबकि 9 अगस्त को स्नानदान की पूर्णिमा होगी। चूंकि उदयातिथि 9 अगस्त को है, इसलिए रक्षाबंधन 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा।
Rakshabandhan 2025 : इस बार के रक्षाबंधन पर दुर्लभ योग
ज्योतिषाचार्य मनोज पांडेय के अनुसार, इस रक्षाबंधन पर गुरु और शुक्र की युति के साथ सावन मास का समापन भी शनिवार को होगा। चंद्रमा कुंभ राशि में शनि के साथ रहेंगे। यह स्थिति शनिदेव और भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिए शुभ मानी जाती है।
Rakshabandhan 2025 : 9 अगस्त को बनने वाले प्रमुख योग
श्रवण नक्षत्र
सर्वार्थ सिद्धि योग
आयुष्मान योग
सौभाग्य योग
जयद योग
श्रवण नक्षत्र के साथ इन योगों का संयोग रक्षाबंधन को अत्यंत शुभ और फलदायक बना रहा है।
राखी बांधने का समय और महत्व
इस बार पूरे दिन राखी बांधने का शुभ समय रहेगा। बहनें, भाइयों की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सफलता की कामना करते हुए कलाई पर रक्षा सूत्र बांधेंगी। भाई, बहन को आजीवन रक्षा का वचन देंगे और उपहार भी देंगे।
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