Home » Jharkhand Dham Giridih : झारखंड धाम : एक ऐसा शिव मंदिर, जहां मनोकामना पूरी होने तक भक्त देते हैं धरना

Jharkhand Dham Giridih : झारखंड धाम : एक ऐसा शिव मंदिर, जहां मनोकामना पूरी होने तक भक्त देते हैं धरना

by Rakesh Pandey
Jharkhand Dham Giridih
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

Sawan Mela : गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले में एक ऐसा अनोखा शिवधाम (Jharkhand Dham Giridih) है, जहां भक्त अपने मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए हफ्तों-महीनों तक डेरा डाले रहते हैं। जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर, जमुआ अंचल स्थित यह झारखंड धाम, अपनी अनूठी परंपराओं और मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है।

Jharkhand Dham Giridih : मनोकामना पूरी होने तक धरना

झारखंड धाम की सबसे खास बात यह है कि यहां भक्त अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और जब तक उन्हें यह आभास नहीं हो जाता कि उनकी प्रार्थना सुन ली गई है, तब तक वे धरना देते हैं। समाजसेवी अनिल वर्मा और अनूप वर्मा के अनुसार, भक्त मंदिर के पास धर्मशालाओं में या किराये पर कमरा लेकर रहते हैं और इस दौरान पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ बाबा की सेवा करते हैं। मनोकामना पूरी होने का आभास होने पर वे बाबा का आभार व्यक्त करके अपने घर लौट जाते हैं और बाद में जलार्पण के लिए दोबारा आते हैं।

महाभारत काल से जुड़ी मान्यता

स्थानीय मान्यताओं और किंवदंतियों के अनुसार, इस धाम का संबंध महाभारत काल से है। कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान शिव ने अर्जुन को पाशुपत अस्त्र प्रदान किया था। यह भी माना जाता है कि यहां का स्वयंभू शिवलिंग पहले एक साधारण पत्थर हुआ करता था, जिस पर बच्चे बेर तोड़ने के लिए चढ़ा करते थे। एक दिन एक चमत्कारिक घटना के बाद ग्रामीणों ने इसे शिवलिंग मानकर पूजा शुरू कर दी।

Jharkhand Dham Giridih : छतविहीन गर्भगृह का रहस्य

झारखंड धाम की एक और विशेषता इसका छतविहीन गर्भगृह है। भक्तों ने कई बार शिवलिंग के ऊपर छत बनाने की कोशिश की, लेकिन हर बार किसी न किसी चमत्कारिक घटना के कारण निर्माण कार्य रुक गया। यह माना जाता है कि भगवान भोलेनाथ को खुले आसमान के नीचे निवास करना पसंद है।

Read Also- Sawan Mela Devghar : बाबा बैद्यनाथ धाम में 38.74 लाख श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण

Related Articles

Leave a Comment