RANCHI: मॉडल ग्रामीण स्वास्थ्य अनुसंधान इकाई (एमआरएचआरयू) अनगड़ा के तत्वावधान में आईसीएमआर-शाइन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के स्टूडेंट्स में विज्ञान, अनुसंधान और स्वास्थ्य नवाचार के प्रति रुचि और जागरूकता को बढ़ाना था। कार्यक्रम का उद्घाटन सीएचसी अनगड़ा की मेडिकल आफिसर डॉ शशि प्रभा मिंज ने किया। उन्होंने स्टूडेंट्स को वैज्ञानिक सोच अपनाने और स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों को व्यवहार में लाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण बच्चों में अपार प्रतिभा है, आवश्यकता है तो बस सही मार्गदर्शन और अवसर की।
स्कूलों के बच्चों ने पूछे सवाल
इस अवसर पर अनगड़ा क्षेत्र के सरकारी स्कूलों से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। मुख्य वक्ता एनआईएमआर फील्ड यूनिट के साइंटिस्ट-सी डॉ. प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने एमआरएचआरयू के शोध कार्यों और आईसीएमआर के मिशन व उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों के सवालों का उत्तर भी दिया। वैज्ञानिकों की टीम ने छात्रों को पीसीआर तकनीक, डीएनए आइसोलेशन, मलेरिया जीवन चक्र, इलेक्ट्रोफॉरेसिस, माइक्रोस्कोपी, ब्लड ग्रुप टेस्ट, ब्लड प्रेशर और शुगर जांच जैसे विज्ञान प्रयोगों का लाइव प्रदर्शन कराया।
उपकरणों की दी गई जानकारी
डॉ. स्वाति सिन्हा और उनकी टीम ने छात्रों को वैज्ञानिक उपकरणों की कार्यप्रणाली से परिचित कराया। बच्चों ने प्रयोगों में भाग लेकर विज्ञान को व्यवहारिक रूप से समझा और स्वास्थ्य क्षेत्र में करियर की संभावनाओं से अवगत हुए। कार्यक्रम में एमआरएचआरयू अनगड़ा के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे और यह आयोजन छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव रहा।