देवघर : सावन की पहली सोमवारी पर देवघर स्थित बाबाधाम मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने वाली है। अनुमान लगाया गया है कि पहली बार भीड़ की संख्या एक लाख से अधिक हो सकती है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की तरफ से चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी है। कांवरिया के क्यू सिस्टम का नियंत्रण अंतिम छोर से होगा। क्यू में तैनात पुलिस अधिकारी कंट्रोल रूम को अपडेट करेंगे।
क्यू 11 ओपी की निगरानी में होगा। ये टेल प्वाइंट से मंदिर तक है। सभी ओपी में डीएसपी प्रतिनियुक्त हैं। रविवार से ही प्रशासन चौकन्ना हो गया है। अधिकारियों की मानें तो शिवभक्तों की सुरक्षा-सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कांवरियों की कतार को नियंत्रित करने का पूरा जिम्मा पुलिस के हाथ है। थोड़ी भी चूक नहीं हो। इसके लिए तीन-तीन अधिकारियों की अलग अलग टीम बनाकर मॉनिटरिंग की जा रही है।
बाबाधाम की सुरक्षा के क्या हैं प्रबंध
सीआरपीएफ के साथ झारखंड पुलिस के एक पुलिस इंस्पेक्टर लगातार क्यू में भ्रमण करते रहेंगे। सोमवार की भीड़ रविवार रात को ही एकत्रित होने लगती है। सीआरपीएफ की टीम की माॅनिटरिंग के लिए रात में एक वरीय पुलिस अधिकारी कांवरियों की कतार में घूमते रहेंगे। इस सबसे ऊपर एक डीएसपी दिन रात क्यू में घूमेंगे।
यह सब विशेष तौर पर किया गया है। जबकि कतार में पहले से 11 डीएसपी अपने एक किलोमीटर के ओपी क्षेत्र का नियंत्रण करते रहेंगे। इस साल बहुत ही सघन मॉनिटरिंग कांवरियों के सुलभ जलार्पण और भीड़ नियंत्रण के लिए किया गया है।
बाबाधाम में कल के लिए क्या है व्यवस्था
सोमवार को भीड़ बेकाबू नहीं हो। इस पर पूरा फोकस किया गया है। पाली बदल जाने के बाद भी सुरक्षा बल और अधिकारी भीड़ को काबू में करने के बाद ही डयूटी से निकल सकते हैं। कांवरियों को कतार में खड़ा रहने में मौसम की बाधा नहीं आयेगी। इसके लिए टेंट बनाए गए हैं। इस बार पिछले साल से कहीं बेहतर शेड का निर्माण किया गया है। उसमें चकाचौंध प्रकाश की व्यवस्था की गयी है। कतार में पीने के पानी का इंतजाम रहेगा।
पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी को समझा दिया गया है कि भक्तों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील रहकर उनको पूजा कराने, कतार में आराम से चलाने में मदद करेंगे। सेवा और सिर्फ सेवा का भाव बनाए रखना है। सुरक्षित और सुलभ जलार्पण ही सरकार और प्रशासन का मुख्य मकसद है।
क्या बोले देवघर के एसपी
देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने कहा कि सोमवार की तैयारी रविवार से की गयी है। भीड़ नियंत्रण का जिम्मा पुलिस के हाथ में होता है। कंट्रोल रूम से संबंधित ओपी या प्रतिनियुक्त पदाधिकारी का फोन आएगा। कंट्रोल रूम उस सूचना पर बात कर दिशा निर्देश देगा। भीड़ का नियंत्रण कंट्रोल रूम से मिले निर्देश पर ही होगा।
सुरक्षित जलार्पण के लिए क्यू में भी तीन तीन स्तर पर मानीटरिंग की जिम्मेदारी दे दी गयी है। सीआरपीएफ के साथ पुलिस इंस्पेक्टर की टीम होगी। इसको देखने के लिए एक सीनियर आफिसर लगातार भ्रमण करेंगे। इससे भी उपर एक सीनियर आफिसर पूरी रात कतार में भ्रमण करते रहेंगे कि कांवरियों की कतार ठीक चल रही है या नहीं। वह उसे दुरूस्त कराते रहेंगे। कतार आसानी से सुरक्षित होकर तेजी से चले इस पर पैनी नजर होगी।