रांची : मांडर कॉलेज मैदान में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें महिलाओं ने अपनी शक्ति और सामर्थ्य का अहसास कराया। इस अवसर पर कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने प्रगतिशील महिला सम्मान समारोह में महिलाओं को अन्याय और अत्याचार के खिलाफ संगठित होकर लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अन्याय और अत्याचार को चुपचाप सहना और देखना भी अन्याय से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि आज की महिलाएं घर की चौखट से बाहर निकल कर अपने हक, अधिकार और खुद पर हो रहे जुल्म के खिलाफ संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।
एक दूसरे की ताकत बनें महिलाएं
कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि समाज में महिलाओं को हमेशा लोक-लाज के दायरे में बांधने की कोशिश की गई। लेकिन अब समय आ गया है कि महिलाएं एक-दूसरे की ताकत बनें और जरूरत पड़ने पर संगठित होकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं।
महिलाओं की बढ़ रही भागीदारी
मंत्री ने ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की सराहना की और बताया कि कई महिलाएं गांव और पंचायत स्तर पर बेहतर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आज समाज में 80 प्रतिशत से अधिक महिलाएं अपना योगदान दे रही हैं और ऐसे महिलाओं का सम्मान जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि होली से पहले वितरित की जाएगी। इस राशि का सही उपयोग कर महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती हैं।
आंध्र की महिलाएं यहां बना रही समूह
कार्यक्रम में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी के राजू ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने महिला को संघर्ष, जीत और आकांक्षा का प्रतीक बताते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश की महिलाओं ने झारखंड के गांवों में महिला समूह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शराबबंदी जैसे मुद्दे पर गोलबंदी की। उन्होंने महिलाओं को सलाह दी कि वे 2500 रुपये की सम्मान राशि का उपयोग अपने बच्चों की शिक्षा और परिवार के विकास में करें। महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने कहा कि महिलाएं मल्टी टास्किंग होती हैं और उन्हें अपने काम के बदौलत आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
उन्होंने महिलाओं को एक दूसरे का सम्मान करते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और महिला पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया। समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। जिनमें अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज लक्ष्मी नारायण मांझी और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी लवली चौबे प्रमुख थीं।