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Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ पर अखिलेश यादव का बयान: “संगम तब जाएंगे, जब मां गंगा बुलाएंगी”

by Rakesh Pandey
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लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला और गंगा स्नान को लेकर एक अहम बयान दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि “संगम तब जाएंगे, जब मां गंगा बुलाएंगी।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गंगा नदी का महत्व सिर्फ प्रयागराज तक सीमित नहीं है, बल्कि गंगा का प्रत्येक हिस्सा अपनी जगह महत्व रखता है।

गंगा का हर स्थान पवित्र, किसी भी जगह लगा सकते डुबकी

अखिलेश यादव के इस बयान से यह साफ है कि वह महाकुंभ में स्नान के लिए तब ही जाएंगे जब गंगा की ओर से बुलावा आएगा, और उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि गंगा नदी का हर स्थान श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “कोलकाता तक गंगा बहती है, और जो भी गंगा में स्नान करना चाहता है, वह किसी भी स्थान पर डुबकी लगा सकता है, क्योंकि गंगा का हर स्थान पवित्र है।”

मकर संक्रांति पर हरिद्वार में गंगा स्नान

हाल ही में अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कुछ तस्वीरें साझा की थीं, जिनमें वह गंगा नदी में स्नान करते हुए नजर आ रहे थे। इन तस्वीरों के कैप्शन में उन्होंने लिखा था, “मकर संक्रांति के पावन पर्व पर लिया मां गंगा का आशीर्वाद।” यह स्नान उन्होंने हरिद्वार में किया था, जो गंगा के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। इस दौरान उन्होंने मकर संक्रांति के पर्व पर गंगा नदी में डुबकी लगाई और गंगा का आशीर्वाद लिया।

महाकुंभ पर सरकार से उम्मीदें

अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ भारतीय हिंदू परंपरा का हिस्सा है और यह हजारों सालों से हर बार आयोजित होता आया है। उनके मुताबिक, इस महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी संख्या में आने की संभावना है और राज्य सरकार से उम्मीद जताई कि इस आयोजन के लिए उचित इंतजाम किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

महाकुंभ केवल धार्मिक नहीं, सामाजिक, सांस्कृतिक भी

उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान साधु-संतों के दर्शन करने का अवसर मिलता है, जो आमतौर पर हमें कहीं और नहीं मिलते। महाकुंभ का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक है, जहां लाखों लोग एक साथ आकर अपने आस्थाओं को व्यक्त करते हैं।

अखिलेश ने हरिद्वार में गंगा स्नान कर की पूजा

अखिलेश यादव ने अपनी यात्रा के बारे में जानकारी दी, जिसमें वह मंगलवार रात को उत्तराखंड पहुंचे थे और उसके बाद सीधे हरिद्वार गए। वहां उन्होंने मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा में स्नान किया और फिर नमामि गंगे घाट पर पूजा-अर्चना कर दिवंगत चाचा को श्रद्धांजलि अर्पित की। अखिलेश यादव के चाचा राजपाल सिंह यादव का हाल ही में निधन हुआ था और उनका अंतिम संस्कार सैफई में किया गया था।

दिल्ली में आप को समर्थन पर बोले अखिलेश

दिल्ली चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने ‘इंडिया अलायंस’ के तहत आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन देने के अपने रुख का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा, “इंडिया अलायंस की जो नीति है, वह यह है कि जहां जो क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है, वहां उसे और मजबूती दी जाए। दिल्ली में आम आदमी पार्टी मजबूत है, इसलिए हमने आप को समर्थन दिया है।” उनका कहना था कि आम आदमी पार्टी के साथ खड़ा रहना इस गठबंधन के लिए जरूरी है, क्योंकि दिल्ली में उनकी प्रभावशीलता को नकारा नहीं जा सकता।

क्षेत्रीय दलों की मजबूती पर बल

अखिलेश यादव के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह राजनीति में आने वाली चुनौतियों को समझते हुए सामूहिक समर्थन और सहयोग की नीति पर विश्वास रखते हैं। उनके अनुसार, क्षेत्रीय दलों को उनके अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूती से खड़ा करने की आवश्यकता है, ताकि राष्ट्र स्तर पर भी विपक्षी गठबंधन मजबूत हो सके।

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