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अर्का जैन विश्वविद्यालय : गांवों में पहुंचे छात्र, ग्रामीणों को बताई “बच्चों से बुजुर्गों तक के लिए पौष्टिक भोजन” की आवश्यकता व महत्ता

by Anand Mishra
Arka Jain University Nutrition Awareness Program
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  • यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ नर्सिंग ने मनाया राष्ट्रीय पोषण सप्ताह
  • विभिन्न गांवों में हुआ कार्यक्रमों का आयोजन, छात्रों की रही अहम भूमिका

जमशेदपुर : अर्का जैन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ नर्सिंग ने राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2025 के तहत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत स्टूडेंट नर्स एसोसिएशन और समैरिटन – द नर्सिंग क्लब के सहयोग से हुआ। कार्यक्रम का मुख्य विषय “बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए पौष्टिक भोजन” था। यह आयोजन विश्वविद्यालय परिसर के पास मुसरीकुदर गांव, हरिसुंदरपुर और सरायकेला-खरसावां के मोहनपुर गांव में किया गया।

इस दौरान ग्रामीणों को स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया गया। इनमें पोषण पर चर्चा, बच्चों की ग्रोथ जांच (ऊंचाई, वजन, बीएमआई), स्तनपान और पूरक आहार पर जानकारी, एनीमिया की रोकथाम विषय पर सत्र और बच्चों के लिए सुपरफूड्स पर कहानियों के माध्यम से शिक्षित करना शामिल था। इसके अलावा, कुपोषण पर एक नाटक का मंचन भी किया गया और माता-पिता को पोषण से जुड़ी सलाह दी गई।

सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता

कार्यक्रम के दौरान अर्का जैन विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) अंगद तिवारी, स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या एनी जोसेफ और रजिस्ट्रार डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने इस पहल की सराहना की।

प्रो. (डॉ.) तिवारी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण समुदायों तक स्वास्थ्य और पोषण संबंधी महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाने में सहायक होते हैं।

डॉ. श्रीवास्तव ने इसे विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। वहीं, प्राचार्या एनी जोसेफ ने कहा कि इस आयोजन से छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना में वृद्धि हुई है।

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