प्रयागराज : केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार की देर शाम भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की। सीबीआई ने सेना के मेजर रैंक के एक गैरिसन इंजीनियर और उसके सहायक को एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई सीबीआई की लखनऊ एंटी करप्शन ब्रांच ने की, जिसने आरोपियों के आवास समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की और कई संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए।
क्या था मामला?
सीबीआई की जांच के अनुसार, मेजर रैंक का गैरिसन इंजीनियर और उसका असिस्टेंट दिल्ली स्थित एक कंपनी से मैन पावर सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर 2.88 लाख रुपए रिश्वत मांग रहे थे। सीबीआई को इस घूसखोरी के बारे में सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने मामले की जांच शुरू की। सीबीआई टीम ने शुक्रवार की शाम प्रयागराज पहुंचकर दोनों सेना के अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया, जब वे रिश्वत की रकम लेते हुए पाए गए।
सीबीआई की छापेमारी और गिरफ्तारी
गिरफ्तारी के बाद, सीबीआई ने दोनों आरोपियों के कार्यालय और आवास पर छापेमारी की। इस दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री बरामद की गई। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि इस घूसखोरी मामले में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं। सीबीआई की टीम अब इस रैकेट के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए उन सभी लोगों की जांच कर रही है, जिनके नाम मामले में सामने आ रहे हैं।
जांच में और अधिकारियों के नाम हो सकते हैं सामने
सीबीआई को इस रैकेट के और बड़े पैमाने पर होने की जानकारी मिली है, जिसमें कुछ उच्च अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं। इसलिए, सीबीआई ने इस मामले में आगे की जांच के लिए आरोपी सेना अधिकारियों को रिमांड पर लेने की योजना बनाई है। इस रिमांड के दौरान सीबीआई आरोपियों से पूछताछ करके इस रैकेट से जुड़ी और जानकारी जुटाने की कोशिश करेगी।
पूछताछ कर रही सीबीआई
सीबीआई ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि शनिवार को उन्हें लखनऊ ले जाया गया, जहां कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले सीबीआई ने कई जगहों पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं, जो मामले की जांच में अहम भूमिका निभा सकते हैं।