रांची : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने संसद द्वारा पारित ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025’ को न्याय और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि यह विधेयक वर्षों से चल रहे अन्याय और भ्रष्टाचार को समाप्त करने वाला है और इसके माध्यम से वक्फ बोर्ड और वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता, जवाबदेही और न्यायसंगत तरीके से काम करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
मरांडी ने कहा कि यह विधेयक न्याय और समानता के नए युग की शुरुआत करता है और वक्फ संपत्तियों के बेहतर संचालन को सुनिश्चित करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री, अल्पसंख्यक कार्य मंत्री और सभी दलों के सांसदों का इस विधेयक के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
सरना झंडे का अपमान बर्दाश्त नहीं : बाबूलाल मरांडी
रांची के पिठौरिया में सरहुल पर्व के दौरान आदिवासी समुदाय पर दूसरे समुदाय द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासी समाज पर हमले, जातिसूचक टिप्पणियां और पवित्र सरना झंडे का अपमान बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मरांडी ने कहा कि आदिवासी समाज ने सदियों तक मुगलों और बाहरी आक्रमणकारियों से अपनी संस्कृति की रक्षा की है, और अब राज्य सरकार की नाकामी के कारण वही मुगलों की मानसिकता वाले उपद्रवी फिर से आदिवासी समाज की संस्कृति पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यह घटनाएं राज्य सरकार की विफलताओं का परिणाम हैं, और ऐसे हमलों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाना चाहिए।